गुरू से प्रसाद के रूप में मिला नारियल पात्र है बागेश्वर धाम के लिए खास, गुरू के आशीर्वाद से बता देते हैं

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Rajeev Upadhyay
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गुरू से प्रसाद के रूप में मिला नारियल पात्र है बागेश्वर धाम के लिए खास, गुरू के आशीर्वाद से बता देते हैं

Raipur. बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी चमत्कारिक शक्तियों की वजह से इन दिनों मीडिया की खबरों में छाए हुए हैं। दरअसल, शास्त्री का दावा है कि वे लोगों के मन की बात जान जाते हैं। यही नहीं, वे किसी भी व्यक्ति के बिना बताए उसकी समस्या और उनके समाधान लिखकर रख देते हैं।  इसके बाद वे अचानक उनका नाम पुकारते हैं, तो जो व्यक्ति सामने आता है. उसकी समस्या वही होत है, जो बागेश्वर धाम सरकार ने पहले से कागज के पर्चे पर लिखकर रखी होती है.



इन दिनों पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रही है। अपने कथित चमत्कार को लेकर वे यहां भी सुर्खियों में हैं। उनके खिलाफ अंधविश्वास फैलाने के आरोप भी लग रहे हैं। इसी बीच रायपुर में बागेश्वर धाम सरकार अपने चमत्कार का लाइव प्रसारण देकर खुद को सिद्ध करने का दावा कर रहे हैं। 



आखिर क्या है नारियल पात्र का कनेक्शन



इस बीच ये सवाल पैदा होता है कि आखिर उनकी शक्ति का राज है क्या? उनकी शक्ति को लेकर लोग तरह-तरह के दावे करते चले आ रहे हैं। वहीं कुछ जानकारों का मानना है कि बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सारी शक्ति उनके नारियल के पात्र में है जो उन्हें उनके गुरू से प्राप्त हुआ था। यही वजह है कि वे जहां भी जाते हैं, नारियल के इस पात्र को हमेशा अपने साथ रखते हैं।



इतना ही नहीं, वे हर पेय, चाय और पानी पीने के लिए किसी कप या गिलास का इस्तेमाल करने के बजाय वे नारियल के उस पात्र का ही इस्तेमाल करते हैं. ऐसा कहा जाता है कि नारियल का ये पात्र उन्हें उनके गुरु से प्रसाद के रूप में मिला था। 




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  • दादा गुरु से मिला था आशीर्वाद



    अपने चमत्कार और विवादित बयानों की वजह से चर्चा बटोर रहे बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री ने इस पात्र के बारे में बताया कि ये उनके दादा ने उन्हें दिया था। धीरेंद्र के मुताबिक उनके दादा गुरु हमेशा इसी नारियल के पात्र में चाय पीते थे। उन्होंने यह भी बताया कि एक बार दादा जी ने मुझे अपनी जूठी चाय पिलाई थी। उनका दावा है कि इसी चाय के चमत्कार से वे धीरेन्द्र से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बन गए और मानवसेवा में लग गए। 



    यही कारण है कि बागेश्वर धाम सरकार नारियल के इस पात्र को हमेशा ही अपने साथ रखते हैं। जब उनसे पूछा गया कि वे चाय पीने के लिए इसी बर्तन का इस्तेमाल क्यों करते हैं, तो उन्होंने इसके जवाब में बताया कि इसमें फक्कड़पन का अनुभव होता है।


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