Raipur।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डॉ रमन सिंह के मुलाक़ात की तस्वीर भाजपा ने सोशल मीडिया पर डाली और उसके तुरंत बाद ही कांग्रेस ने तंज के साथ सवाल किया
“रमन सिंह जी बताएँ क्या बात हुई प्रधानमंत्री जी से..छत्तीसगढ़ के हितों के लिए आवाज़ उठाई या हमेशा की तरह मौनी बाबा बने रहे” जबकि तस्वीर के मायने कुछ और ही थे।इस तस्वीर के जरिए छत्तीसगढ भाजपा के भीतर यह दिखाने की कवायद थी कि,डा रमन और उनकी टीम पर केंद्रीय टीम का भरोसा अटूट है, भाजपा के भीतरखाने तो खैर जो हुआ हो, पर तस्वीर को कांग्रेस सूबे में सियासत का मूद्दा जरूर बना गई।
तस्वीर के मायने
नई दिल्ली में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने उन राज्यों में जहां पर कि चुनाव हैं कल उन राज्यों के प्रमुख नेताओं को बुलाकर विस्तृत चर्चा और दिशानिर्देश दिए थे, आज डॉ रमन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात की और भाजपा की ओर से इस तस्वीर को लेकर बताया गया कि, डॉ रमन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात कर चार राज्यों में भाजपा की जीत की बधाई और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में तिथि बढ़ाने पर आभार जताने के साथ साथ छत्तीसगढ़ में संगठन के कार्यों से अवगत कराया है।
सूबे की सियासत में जबसे नई दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह,प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और संगठन मंत्री पवन साय को बुलाया तो सुगबुगाहट दौड़ गई कि, केंद्रीय नेतृत्व ने दो टूक बात करने बुलाया है, और विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव को छोड़ कहीं पर भी सफलता हासिल नहीं होने पर अब केंद्रीय नेतृत्व इन चारों की रवानगी करने जा रहा है।यहां यह ध्यान रखना होगा कि जिन चारों को बुलाया गया था उन सभी पर डॉ रमन सिंह के करीबी होने की मुहर लगी हुई है। लेकिन द सूत्र ने कल ही बैठक के बाद पाठकों को बता दिया था कि,बैठक में कम से कम फ़िलहाल तो केंद्रीय नेतृत्व ने डॉ रमन सिंह और उनकी टीम पर फिर से भरोसा जता दिया है,और बदलाव या कि छुट्टी जैसी खबरें मौजूदा समय में अफ़वाह से ज़्यादा कुछ नहीं है। अपने ही दल अपने ही लोगों के निशाने पर लंबे समय से आए डॉ रमन सिंह और उनकी टीम के विराेध और उस विरोध को हवा देने वाले विरोधियाें को करारा झटका लगे, और यह मुक़म्मल तौर पर साबित हो कि,डॉ रमन सिंह पर सर्वोच्च नेता तक का भरोसा और विश्वसनीय पहुँच ना केवल है बल्कि मज़बूती से हैं, इस तस्वीर के यही मायने थे।
लेकिन कांग्रेस नही चूकी
कल की बैठक की खबर सार्वजनिक होने के बाद भाजपा के भीतरखाने डॉ रमन सिंह के विरोधी ख़ेमे में उत्साह नहीं था, ज़ाहिर है होना भी नहीं चाहिए, बची कसर इस तस्वीर और तस्वीर के साथ माैजुद मुख मुद्राओं ने पूरी कर दी। लेकिन कांग्रेस बिलकुल मौक़ा नहीं चूकी और सवालों की बौछार कर गई।कांग्रेस की ओर से संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पूछा
“छत्तीसगढ़ को पचपन हज़ार करोड़ लेना है,इस राशि के ना मिलने से प्रदेश का विकास प्रभावित हो रहा है,देश के साथ साथ प्रदेश में भी कोयले की स्थिति अच्छी नहीं है, केंद्र सरकार ने 23 ट्रेनों को रद्द कर दिया है,पहले भी लगभग 109 ट्रेनों को बंद किया है। डॉ रमन सिंह जी प्रधानमंत्री मोदी से मिले तो राज्य के इन विषयों पर बात किए या नहीं किए और किए तो जवाब क्या आया या बस मौनी बाबा बने रहे, डॉ रमन सिंह जी को बताना चाहिए”