शिवम दुबे, Raipur. पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता भक्त चरणदास ने रायपुर के राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। भक्त चरणदास ने “हम अडाणी के हैं कौन?” विषय को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता भक्त चरणदास, कहा- मोदी क्यों नहीं बताते अडाणी से उनका क्या रिश्ता है? अडाणी को लेकर जेपीसी कराएं नहीं तो वो भी डूबेंगे और देश को भी डुबाएंगे। चरणदास ने सवाल पूछते हुए कहा है कि देश जानना चाहता है कि टैक्स हेवन देशों से संचालित होने वाली विदेशी शेल कंपनियों से भारत आने वाले काले धन का असली मालिक कौन है? काले धन पर प्रधानमंत्री के वादे का क्या हुआ?
प्रधानमंत्री मोदी को किस बात का डर है?- चरणदास
दिग्गज कांग्रेस नेता चरणदास ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने कई बार भ्रष्टाचार से लड़ने में अपनी निष्ठा और नीयत की बातें की है लेकिन उनके करीबी मित्र स्पष्ट तौर पर ऐसे अवैध कार्यों में लिप्त रहे हैं। जो आम तौर पर माफिया आतंकी और देश शत्रु रहते हैं। वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी ने ईडी, सीबीआई और DRI (खुफिया राजस्व निदेशालय) जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग अपने राजनीतिक या सैद्धांतिक प्रतिद्वंदियों को डराने-धमकाने के लिए किया है। साथ ही उन व्यापारिक घरानों को दंडित करने के लिए भी किया है जो उनके पूंजीपति मित्रों के वित्तीय हितों के अनुरूप नहीं है। 1992 में हर्षद मेहता मामले की जाँच के लिए एक जेपीसी का गठन हुआ था जबकि 2001 में एक जेपीसी ने केतन पारेख मामले की जाँच की भी तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, दोनों को करोड़ों भारतीय निवेशकों को प्रभावित करने वाले घोटालों की जाँच के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों पर विश्वास और भरोसा किया था। प्रधानमंत्री मोदी को किस बात का डर है? क्या उनके अधीन एक न्यायपूर्ण और निष्पक्ष जाँच की कोई उम्मीद है? जब यह धोखाधड़ी हो रही थी तो सेबी (SEBI) क्या कर रहा था?