BALRAMPUR. बलरामपुर जिले में मंगलवार (23 मई) को छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले संविदा कर्मियों ने नियमितीकरण रथ यात्रा बलरामपुर में निकाली। जहां संविदा कर्मियों ने अपनी एक सूत्रीय मांग नियमितीकरण को लेकर बलरामपुर एसडीएम को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा। वहीं राजधानी रायपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नाम का एक ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में मांग की है कि दिव्यांग या गंभीर रूप से बीमार रहे कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी ना लगाई जाए। साथ ही, सुरक्षा का हवाला देते हुए महिला कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से अलग रखने की मांग की गई है।
कांग्रेस ने किया था संविदा कर्मियों को नियमितीकरण का वादा
ज्ञापन के माध्यम से छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिष्ठित पदाधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार के अपनी मांगों को लेकर कई बार मोर्चा खोल चुके हैं। विपक्ष के भूमिका में रही कांग्रेस पार्टी ने अपने 2018 विधानसभा चुनावी जन घोषणापत्र में समस्त संविदा कर्मियों से वादा किया था कि राज्य में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो सरकार बनने के 10 दिवस के भीतर ही सरकार समस्त संविदा कर्मियों नियमितीकरण करेंगे।
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रायपुर में विराट प्रदर्शन 21 जून को
तत्कालीन वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत से छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने में कामयाब रही और सरकार के वर्तमान में साढ़े 4 साल कार्यकाल पूरे भी हो गए, लेकिन सरकार के इतने दिन कार्यकाल बीत जाने के बावजूद भी अपने किए वादे कांग्रेस सरकार याद नहीं और संविदा कर्मियों की नियमितीकरण नहीं हुई है। जिससे समस्त संविदा नियमितीकरण मांग को लेकर 45 हजार कर्मचारी सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर है। वहीं सरकार को उनके वादों को याद दिलाने के लिए संविदा कर्मचारी के द्वारा 33 जिले में नियमितीकरण रथ यात्रा निकाली गई है। इतना ही नहीं इस दौरान अगर उनकी मांग पूरी नहीं होती है 21 जून को रायपुर में अंतिम विराट प्रदर्शन करेंगे। उसके बाद प्रदेश के 45 हजार संविदा कर्मचारी कलम बंद, काम बंद कर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले जाएंगे।
दिव्यांग और गंभीर बीमार कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में छूट दी जाए
इधर, रायपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की ओर से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नाम का एक ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में मांग की है कि दिव्यांग या गंभीर रूप से बीमार रहे कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी ना लगाई जाए। साथ ही, सुरक्षा का हवाला देते हुए महिला कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से अलग रखने की मांग की गई है।
फेडरेशन ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा
छत्तीसगढ़ फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा के साथ कर्मचारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि हार्ट सर्जरी करा चुके कर्मचारी या फिर किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखा जाए। महिलाओं को भी इससे दूर रखा जाए। बहुत जरूरत हो तो उन्हें कार्यालयीन काम के लिए संलग्न कर लिया जाए। इसके अलावा, निर्वाचन ड्यूटी कर रहे वाहन चालक, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी मानदेय दिया जाए।