RAIPUR.छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का आज पहला दिन था लेकिन कई जगहों पर सहकारी समिति कर्मचारियों ने हड़ताल कर रखी थी, जिसे अब वापस ले ली है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात के बाद सहकारी समिति के कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। सहकारी समिति के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की थी जिसके बाद मंत्री लखमा से ठोस आश्वासन के मिलने के बाद काम पर लौटने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि इधर बस्तर संभाग के 329 केंद्रों पर आंदोलन जारी था, सहकारी समिति के कर्मचारी सुखद राशि, प्रशासनिक और प्रासंगिक व्यय की मांग की थी। सहकारी समितियों की 5 सूत्रीय मांगों पर हड़ताल जारी थीं। वहीं समितियों में भर्ती पर रोक लगाने की मांग प्रमुख थी।
2 नवंबर से सभी समितियों में धान की खरीदी
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आज से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है। इस साल लगभग 110 लाख मीट्रिक धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.72 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन हुआ है। इसमें लगभग 61 हजार नए किसान हैं। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान 2060 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा।
दरअसल, रायपुर जिले के मंदिरहसौद सहकारी समिति धान खरीदी केंद्र से खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने मां अन्नपूर्णा देवी की पूजा अर्चना कर धान खरीदी महाभियान का शुभारंभ किया। राज्योत्सव के साथ ही आज से प्रदेश के पंजीकृत किसानों से धान खरीदी शुरू हो गयी है। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस साल धान खरीदी में किसी प्रकार से समस्या न आए इसलिए सभी केन्द्रों में बेहतर प्रबंध किए जाने के साथ ही व्यवस्था पर मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।