DANTEWADA. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात एक और सीआरपीएफ जवान ने शनिवार (18 फरवरी) खुदकुशी कर ली है। दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ जवान ने खुद को सर्विस राइफल से गोली मार ली। अस्पताल ले जाने से पहले ही जवान की मौत हो गई। असम का रहने वाला गुमिन दास सीआरपीएफ 195 बटालियन में बारसूर में पदस्थ थे। जवान कुछ ही दिन पहले छुट्टियां बिता कर ड्यूटी पर लौटा था, लेकिन जवान ने शनिवार शाम 5 से 6 बजे के बीच खुद को गले में गोली मार ली, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गए।
रायपुर पहुंचने से पहले मौत
इस घटना के बाद कैंप में हड़कंप मच गया। आनन- फानन में जवान को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया। गंभीर हालत में जवान को रायपुर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही जवान ने दम तोड़ दिया। जवान के खुद को गोली मारने का कारण फिलहाल पता नहीं चल पाया है। सीआरपीएफ अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
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पहले भी कई जवान कर चुके हैं खुदकुशी
गौरतलब है कि इससे पहले 7 फरवरी को बीजापुर में सीआरपीएफ 85 बटालियन में पदस्थ जवान ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। जवान का नाम विनय ऊर्फ बीनू था, जो केरल का रहने वाला था। घटना के तीन दिन पहले ही छुट्टी से लौटा था। बीजापुर में इससे पहले भी दो जवानों ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी की थी। इसमें एक घटना साल 2021 की है। दूसरी घटना साल 2022 में 5 अक्टूबर को हुई थी। जवान का नाम सुनील कुमार था। वह 15वीं बटालियन सीएएफ का जवान था, जो मध्यप्रदेश के भिंड का रहने वाला था। इसके अलावा इसी तरह की एक घटना में एक सीआरपीएफ जवान ने दो जवानों पर गोली चलाई थी, जिसमें दोनों जवानों की मौत हो गई थी। यह घटना साल 2020 में हुई थी।