Raipur । राजधानी के बूढा तालाब के सामने के धरना स्थल पर अब केवल एक सौ की संख्या में ही प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकेंगे।इसके लिए भी प्रशासन से विधिवत अनुमति लेनी होगी। बूढा तालाब के सामने के वर्तमान धरना स्थल पर केवल शांतिपूर्ण आंदोलन की ही अनुमति रहेगी । यहाँ किसी भी प्रकार की रैली या जुलूस की अनुमति नही होगी। जिला कलेक्टर सौरभ कुमार ने उक्ताशय की व्यवस्था को प्रभावी करते हुए बताया है कि, विभिन्न संस्थाओं की ओर से शिकायतें थीं,जन भावनाओं और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शहर के इस बूढा तालाब के सामने के धरना स्थल को नवा रायपुर के राज्योत्सव मैदान के सामने स्थान्तरित किया जा रहा है। अब बूढा तालाब के सामने वाले स्थल पर केवल एक सौ लोग ही शांतिपूर्ण आंदोलन कर सकेंगे। एक सौ से ज्यादा की संख्या में प्रदर्शनकारियों को आंदोलन के लिये राज्योत्सव मैदान निर्धारित होगा।
फैसले के पीछे प्रशासन का तर्क
जिला प्रशासन ने तर्क दिया है कि, बूढा तालाब के सामने के स्थल पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों के जमावड़े से आमजनो को भारी परेशानी उठानी पड़ रही थी।आने जाने की असुविधा, बार बार जाम की स्थिति के साथ आस पास की दुकानें भी बंद करनी पड़ रही थी जिस से लोगो को जरूरत की चीजों के लिए भी भटकना पड़ रहा था। इसके साथ ही निकट ही संचालित दानी गर्ल्स स्कूल और सप्रे शाला के विद्यार्थियों को भी स्कूल आने जाने में परेशानी हो रही थी जिस से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। प्रशासन का दावा है कि, लोगो की सुविधा के लिए स्थानीय पार्षद, जनप्रतिनिधियों और अन्य संगठनों की मांग पर धरना स्थल को नवा रायपुर राज्योत्सव मैदान के सामने स्थानांतरित किया गया है।साथ ही पुराने धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों की संख्या अधिकतम एक सौ निर्धारित की गई है।
भाजपा बोली तानाशाही फैसला
लेकिन इस आदेश के खिलाफ बीजेपी ने माेर्चा खाेल दिया है। पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने धरना स्थल के नया रायपुर स्थांतरण को तानाशाही से भरा फैसला करार देते हुए कहाकि, इस आदेश की वजह से जनता की आवाज सरकार तक पहुंचेगी ही नही। निवास स्थान में आयोजित वार्ता में बृजमोहन ने कहा कि यह भारतीय इतिहास में पहली बार है कि सरकार रोड बन्द कर रही है बल्कि सरकार का काम तो रोड बनवाना है। अगर धरना स्थल बदलना ही है तो शहर के अंदर ही किसी जगह पर बदले शहर के दूर स्थान तय करना सही नही है।
कहां है राज्योत्सव स्थल
राज्योत्सव स्थल रायपुर नगर निगम से बाहर उस नया रायपुर इलाके में है जो राजधानी से करीब तीस किलोमीटर दूर है। यह मंत्रालय से भी करीब दस किलोमीटर दूर है।इस फैसले का विरोध इन कारणाें से भी है कि, इस इलाके में आवागमन के साथ साथ जरूरी चीजें आपात कालिन समय में तत्काल नही मिल पाएगी, यहां धरना प्रदर्शन के मायने यह है कि, प्रदर्शन तो होगा लेकिन वह इतनी दूर होगा कि, वह ध्यान नही खींच पाएगा।