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RAIGARH. चीन सीमा में तैनाती के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद धमतरी के जवान की मौत हो गई। जिले के खरेंगा गांव का रहने वाला जवान मनीष ध्रुव का पार्थिव शरीर धमतरी लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। मनीष, मराठा रेजिमेंट में पदस्थ होकर ड्यूटी कर रहा थे। 28 दिसंबर की सुबह लेह-लद्दाख में ड्यूटी के दौरान कड़ाके की ठंड में मनीष ध्रुव को अचानक सांस में तकलीफ हुई। दूसरे जवानों ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक का माहौल था।
3 साल पहले हुए थे सेना में भर्ती
धमतरी जिले की ग्राम पंचायत खरेंगा के रहने वाले मनीष ध्रुव पिछले 3 सालों से सेना में भर्ती होकर देश सेवा कर रहे हैं। वर्तमान में वे लेह-लद्दाख सीमा पर ड्यूटी कर रहे थे। शहीद मनीष इकलौता बेटा था। उनके पिता राजेन्द्र नेताम मजदूर है और मां आंगनबाड़ी में सहायिका हैं। उनकी एक बहन खिलेश्वरी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। उनके पति भी सेना में है, जो देश सेवा कर रहे हैं। इस खबर के मिलते ही गांव में शोक की लहर छा गई है।
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इकलौता बेटा था मनीष
शहीद जवान अपने माता-पिता का इकलौटा बेटा था। मनीष ध्रुव की पढ़ाई-लिखाई गांव के स्कूल में हुई। इस सूचना के बाद ग्रामीणों ने बताया कि 29 दिसंबर को ग्राम पंचायत खरेंगा में मड़ई-मेला का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की पूरी तैयारी हो गई है। मंच और मड़ई स्थल सज गया था, लेकिन गांव का बेटा मनीष ध्रुव के शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद गांव में शोक की लहर थी। मनीष के श्रद्धांजलि के सामने मड़ई-मेला मायने नहीं रखता, ऐसे में यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था।