Raipur। जशपुर के दुलदुला स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सकों से कलेक्टर रितेश अग्रवाल और संसदीय सचिव उत्तम दान मिंज के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान मारपीट के मसले ने सियासती बवाल खड़ा कर दिया है।इस घटना को लेकर चिकित्सकों ने एफ़आइआर भी दर्ज कराई है। इस मामले में कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने चार सदस्यीय जाँच टीम भी गठित कर दी है, लेकिन मामला थमने का फ़िलहाल तो नाम नहीं ले रहा है।बीजेपी से क्षेत्रीय सांसद गोमती साय ने तो कांग्रेस को निशाने पर लिया ही साथ में बीजेपी प्रवक्ता और किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास ने मामले में कलेक्टर और कुनकुरी विधायक पर भी एफ़आइआर दर्ज करने की माँग की है।
शैलेष के तेवर भी घटना पर तल्ख
बीजेपी तो इस मसले पर पूरी तरह आक्रामक है, लेकिन इस पूरे मसले में बिलासपुर से कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय का रुख़ भी ग़ौरतलब है। शैलेष पांडेय ने इस पूरी घटना में कलेक्टर द्वारा गठित जाँच दल की बजाय उच्च स्तरीय जाँच दल की माँग कर दी है। विधायक शैलेष पांडेय इस मसले को लेकर सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि, चुंकि घटनाक्रम में कलेक्टर का ज़िक्र है तो बेहतर होगा कि राज्य से विशेष टीम भेजी जाए।बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा
“जो शिकायत है और जो एफ़आइआर हैं दोनों में कलेक्टर का ज़िक्र है, ऐसे में यह पारदर्शिता और न्याय के लिए आवश्यक है कि इसकी जाँच ज़िला स्तर की टीम से नहीं बल्कि राज्य स्तर की टीम से कराई जाए।मैं इसके लिए मुख्यमंत्री जी को ना केवल पत्र लिख रहा हूँ बल्कि मिलकर भी निवेदन करुंगा”
इस मसले को लेकर डॉक्टर नितिश आनंद और डॉ महेश्वर मानिक ने थाना दुलदुला में अपराध दर्ज कराया है।इस एफ़आइआर में भी कलेक्टर और विधायक का ज़िक्र है, इसमें लिखा गया है कि कलेक्टर और विधायक के आकस्मिक निरीक्षण से वापसी के दौरान पाँच छ लोग जिनमें कन्हैया और तिवारी नामक व्यक्ति द्वारा शराब के नशे में धुत्त होकर अभद्र व्यवहार गाली-गलौज धमकी और मारपीट किया गया।अपराध क्रमांक 0050/2022 के तहत दर्ज इस एफ़आइआर में धारा 294,506,323,353 और 34 की धाराएँ लगीं हैं।