DURG. पुलिस मुख्यालय में आरक्षक पद से त्याग पत्र देने निकले जवान को दुर्ग पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया है। आरक्षक संजीव मिश्रा को हिरारत में लिया है और बीजापुर पुलिस को सौंप दिया है। उज्ज्वल दीवान भी संजीव मिश्रा के साथ मौजूद रहा लेकिन उज्जवल दीवान ने पहले ही अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली थी इसलिए उसे हिरासत में नहीं लिया गय। आपको बता दें कि दोनों आरक्षकों पर पहले ही राजद्रोह का मुकदमा बीजापुर और सुकमा में दर्ज है।
अलर्ट पर थी दुर्ग पुलिस
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग द्वारा दी गई कीट पेटी के साथ अपना त्याग पत्र लेकर ये दोनो आरक्षक दुर्ग से पुलिस मुख्यालय पैदल बस निकले ही थे। जिसमें पहले से ही दुर्ग पुलिस एलर्ट पर रही है। दरअसल संजीव मिश्रा, और उज्ज्वल दीवान के खिलाफ पहले से ही बीजापुर और सुकमा में राजद्रोह का अपराध दर्ज है। क्योंकि इन्होंने पुलिस के आरक्षकों को ड्यूटी के दौरान शासन के विरुद्ध उकसाने और भटकाने का अपराध किया है। जिसकी वजह से अब ये दोनों पुलिस विभाग से त्यागपत्र देने के लिए पैदल यात्रा शुरू की थी।
आरक्षक को बीजापुर पुलिस को सौंपा गया
संजीव मिश्रा आरक्षक को हिरासत में लेने के बाद इधर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय ध्रुव का कहना है कि बीजापुर पुलिस दुर्ग पुलिस के लगातार संपर्क में रही है। जिसके बाद संजीव मिश्रा को हिरासत में लिया गया और बीजापुर पुलिस आई हुई थी। संजीव मिश्रा को बीजापुर पुलिस को सौंप दिया गया है। वहीं उज्जवल दीवान भी साथ था लेकिन उन्होंने मामले में पहले ही अग्रिम जमानत ले ली थी। जिसके कारण उन्हे छोड़ दिया गया।