नितिन मिश्रा, Manendragarh. मनेंद्रगढ़ में छुई मिट्टी की खदान धसकने से चार लोगों की मौत हो गई है। लोहरिया नदी के किनारे मिट्टी की खुदाई करने के दौरान हादसा हुआ है। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस का राहत बचाओ कार्य जारी है। फिलहाल शवों को बाहर निकाल लिया गया है। सीएम भूपेश बघेल ने घटना पर शोक व्यक्त किया है।
मिट्टी खोदने के दौरान धसक गई खदान
खदान धसकने की घटना मनेंद्रगढ के बजारीडांड के मौहरी पारा रोड की है। यहां लोहरिया नदी के किनारे गांव के लोग छुई मिट्टी खोदने का काम करते है। आज मिट्टी खोदने के दौरान अचानक खदान धसक गई। और इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में महिलाएं भी शामिल है। जिनकी संख्या की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। पुलिस राहत बचाव कार्य में लगी हुई है।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मिट्टी की खदान धसकने की सूचना पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के खड़गवां विकासखण्ड स्थित बंजारीडांड के मृतकों के परिवार के प्रति संवेदनायें व्यक्त की है। साथ ही ज़िला प्रशासन से हर संभव मदद देने के लिए निर्देश दिया है।
बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव भी घटनास्थल पर
जानकारी के मुताबिक मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के खड़गवां थाना क्षेत्र में गांव के लोग नदी किनारे मिट्टी खुदाई का काम कर रहे थे। इस दौरान अचानक से मिट्टी धंस गई और ये हादसा हो गया। इसमें पूजा, पिता रन सिंह गोंड निवासी पोंटेडांड, रामसुंदर पिता रामदास, निवासी पोंटेडांड, मनमति पति शिवकुमार गोंड निवासी गड़तर और मीरा बाई पति अमर सिंह निवासी गड़तर की मौत हो गई है। इनका शव को निकाला जा चुका है। पुलिस मौके पर मौजूद है। मृतकों में महिलाएं शामिल हैं। वहीं, बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव भी घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
छत्तीसगढ़ में पहले भी छुई मिट्टी के अवैध खदान धंसकने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। हादसे में कई मजदूर अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके बाद भी मजदूर छुई खदान में मिट्टी निकालने पहुंच जाते हैं। इस लापरवाही का खामियाजा मजदूरों को अपनी जान गंवाकर चुकाना पड़ता है।
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