AMBIKAPUR. अंबिकापुर-कल्याणपुर-प्रतापपुर मेन रोड पर केरता उरांवपारा गांव के पास सोमवार की रात एक हाथी पहुंच गया था। इससे अनजान 5 दोस्त पास के गांव के शादी समारोह से पैदल आ रहे थे। अचानक सामने हाथी को देखकर उल्टे पांव भागे, लेकिन हाथी ने दौड़ाकर एक युवक को अपनी सूंड में लपेट लिया और पटक-पटककर उसकी जान ले ली। अब गांव वाले वन विभाग की मॉनिटरिंग पर सवाल उठा रहे हैं कि एक हाथी मेन रोड तक पहुंच गया और उन्हें भनक तक नहीं लगी।
शादी समारोह में शामिल होने गए थे पांचों दोस्त
प्रतापुर मार्ग में मेन रोड पर ही केरता उरांवपारा गांव है। यहां रहने वाला जीतन बेक, गांव के ही प्रकाश बेक, लच्छू एक्का, आदित्य एक्का और एक अन्य युवक के साथ सोमवार की रात खेता गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। गांव से लगे पंपापुर में भी एक शादी समारोह में उन्हें शामिल होना था। लिहाजा रात करीब 11 बजे वे केरता से पैदल ही पंपापुर जा रहे थे।
युवक को सूंड में लपेटकर पटका
सड़क से लगभग 50 मीटर दूर पर खेत की ओर सभी गए। तब उन्हें पता नहीं था कि आसपास हाथी की मौजूदगी है। अचानक उन्होंने हाथी को देख लिया और पांचों युवक जान बचाकर भागने लगे। चार तो किसी तरह भाग निकले, लेकिन जीतन को हाथी ने अपनी सूंड से उठा लिया और पटक दिया। कुचल-कुचलकर मारने से कुछ ही देर में युवक की मौत हो गई।
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4 घंटे बाद हाथी मौके से निकला
जान बचाकर भाग निकले युवकों ने गांव वालों को जानकारी दी। तब तक वन विभाग को भी घटना की जानकारी नहीं थी। काफी देर तक जब युवक वापस नहीं लौटा तब लोगों को संदेह हो गया कि हाथी के हमले से उसकी मौत हो गई होगी, लेकिन मौके पर जाना सुरक्षित नहीं था। आखिरकार करीब 4 घंटे बाद हाथी वहां से आगे निकल गया, तब गांव वाले मौके पर पहुंचे। वहां जीतन का शव पड़ा हुआ था।
परिजन को आर्थिक सहायता
ग्रामीणों के सहयोग से वन कर्मचारियों ने शव को घटनास्थल से बाहर निकलवाया। फिर उसे पुलिस को सूचना देकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। वहीं वन विभाग की ओर से मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दी गई है। गनीमत रही कि हाथी मुख्य सड़क के किनारे-किनारे सिंगरा और धरमपुर की ओर चला गया। यदि वो बस्ती की ओर पहुंच जाता तो वहां भी उत्पात मचा सकता था।