JANJGIR. जांजगीर चांपा जिले में 3 दिनों से हाथियों का दल विचरण कर रहा है, और हाथियों के विचरण से सब्जी व्यवसायियों को बड़ा नुकसान हुआ है। अकलतरा ब्लॉक के अमलीपाली और सोनडीह गांव में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया है, और किसानों के द्वारा लगाई गई सब्जियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
किसानों की फसलों को भारी नुकसान
बता दें कि यहां पर हाथियों के विचरण के बाद किसानों के द्वारा लगाई गई सब्जी गोभी, टमाटर, भाटा, आलू, तिवरा साहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद किसान अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं। हाथियों के दल ने लीलागर नदी को पारकर बिलासपुर जिले में प्रवेश किया था, उसके बाद किसान जब अपनी फसल को देखने पहुंचे तो किसानों के होश उड़ गए। हाथियों के दल ने उत्पात मचाकर सब्जी की फसल को तबाह कर दिया था। इससे किसानों को काफी बड़ा नुकसान हुआ है, जिसके बाद किसानों ने मुआवजे की मांग की है। इसके पहले सक्ती और बिलासपुर जिले में प्रवेश कर गए थे। बीती रात करीब 8 बजे चंगोरी गांव में पानी पीने के बाद हाथियों का दल बिलासपुर के सोंठी जंगल की तरफ बढ़ रहा था। हाथियों की चहलकदमी पर वन विभाग लगातार नजर जमाए हुए हैं और ग्रामीणों को भी सतर्क कराया जा रहा है।
वन विभाग का अमला निगरानी में जुटा
रायगढ़ जिले के खरसिया रेंज से निकला एक दर्जन हाथियों का दल सक्ती,जांजगीर और बिलासपुर जिले की ओर रुख कर गया है। बीती रात 11 हाथियों के दल ने जांजगीर जिले की सीमा को लांघकर बिलासपुर जिले में प्रवेश किया। ग्राम चंगोरी में पानी पीने के बाद हाथियों के दल ने आगे बढ़ना शुरु किया और बिलासपुर के सोंठी जंगल में पहुंच गया। हाथियों की चहलकदमी पर वन विभाग की नजर जमी हुई है। रात के अंधेरे में भी विभागीय अधिकारी हाथियों की निगरानी करने में लगे हुए है। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा, कि कोटवारों के माध्यम से ग्रामीणों को सतर्क कराया जा रहा है और उनसे अपील की जा रही है कि हाथियों से दूर रहे। वन विभाग की पूरी कोशिश है,कि हाथी रिहायशी क्षेत्र का रुख ना करें और जंगल तक ही सीमित रहे, बहरहाल हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में हैं।