AMBIKAPUR. अंबिकापुर की एक युवती ने मैरिज साइट शादी डॉट कॉम पर भिलाई निवासी एक युवक को दूल्हे के रूप में पसंद किया। उन्होंने अपने घर के लोगों को बताया तो उन्हें लड़का पसंद नहीं आया। युवती ने भी हार नहीं मानी और पुलिस से इसकी शिकायत कर दी। पुलिस की समझाइश के बाद भी परिवार वाले मानने को तैयार नहीं हुए तो युवती को सुधार गृह भेज दिया। अब वहां की संचालिका ने युवती की पसंद के लड़के से उसकी शादी करवा दी है। संचालिका ने कन्यादान भी किया।
मिनीमाता सम्मान पा चुकीं डॉ. ममता शुक्ला संचालिका
सुधार गृह यानी एमएसएसवीपी की संचालिका कोई और नहीं बल्कि राज्य सरकार की ओर से मिनीमाता सम्मान से पिछले दिनों सम्मानित डॉ. ममता शुक्ला हैं। उनके पास मामला तब पहुंचा जब पुलिस ने युवती को उन्हें सौंपा। पुलिस ने बताया कि अंबिकापुर निवासी 28 वर्षीय आकांक्षा ने शादी डॉट कॉम पर भिलाई निवासी और स्टील प्लांट में काम करने वाले अंकित के रूप में अपने लिए वर चुन लिया था। लेकिन आकांक्षा के पिता और भाई इस रिश्ते के पक्ष में नहीं थे। आकांक्षा ने उन्हें मनाने की भरसक कोशिश की पर वे तैयार ही नहीं हुए जबकि आकांक्षा इस रिश्ते को खोना नहीं चाहती थी। ऐसे में उसने पुलिस से संपर्क किया और इसे लेकर अपने भाई और पिता की शिकायत कर दी।
पुलिस ने अपनाया बीच का रास्ता
पुलिस ने युवती के पिता और भाई को थाने बुलाकर समझाइश दी पर वे नहीं माने। वहीं युवती भी अपनी बात पर अड़ी रही। लिहाजा पुलिस को बीच का रास्ता अपनाना पड़ा। उन्होंने आकांक्षा को सुधार गृह एमएसएसवीपी भेज दिया। इसकी संचालिका डॉ. ममता शुक्ला ने पहले तो आकांक्षा की काउंसलिंग की ताकि वो अपने परिवार की बात मान ले और भावावेश में ही कोई बड़ा निर्णय न ले। लेकिन वो मानने को तैयार नहीं हुई और अडिग रही। तब डॉ. ममता ने रिश्ते की बात को ही आगे बढ़ाने का फैसला लिया।
अंकित के परिवार वालों को मंजूर था रिश्ता
इस दौरान पता चला कि अंकित के परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर है। ऐसे में सुधार गृह में ही 7 नवंबर की तारीख तय कर दोनों की शादी कराई गई। इसके लिए बकायदा पंडप सजाया गया था और सभी रीति-रिवाजों को अपनाते हुए धूमधाम से शादी कराई गई। अंत में जब बारी कन्यादान की आई तो डॉ. ममता ने ही कन्यादान कर आकांक्षा को विदा किया।
अंत तक नहीं माने युवती के परिजन
आंकाक्षा के पिता और भाई समेत घर के अन्य सदस्यों को सुधार गृह से भी आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्होंने आना स्वीकार नहीं किया। वहीं अंकित के सभी रिश्तेदार इस शादी में शरीक हुए और धूमधाम से विवाह संपन्न कराया गया।