Surajpur।जिले के राजापुर निवासी उर्मिला प्रजापति की शिकायत पर छ महिने 24 दिन बाद आखिरकार एफआईआर दर्ज हुई, उर्मिला के पति ने सरपंच और गांव के पटेल की प्रताड़ना से तंग होकर जहर खाकर जान दे दी थी। उर्मिला का पति रामपुकार प्रजापति राजापुर गांव का उप सरपंच था। सरपंच और पटेल की प्रताड़ना की वजह से उपसरपंच ने खुदकुशी की है, इस आशय का सोसाइड नोट भी रामपुकार प्रजापति से बरामद हुआ था, लेकिन पुलिस ने तब कोई कार्यवाही नही की थी।पुलिस ने यह कायमी तब की है जबकि,नए आए कप्तान रामकृष्ण साहू के पास महिला पहुंची और उसने अपनी व्यथा सुनाई,कप्तान के निर्देश पर पुलिस ने सरपंच और ग्राम पटेल के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला पंजीबद्व कर लिया है।
घटनाक्रम के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत से रेत निकाली जाती थी,जिस पर पंचायत को मिलने वाले शुल्क का पूरा हिसाब रामपुकार के पास था,ग्राम सरपंच और ग्राम पटेल उसे लगातार दबाव दे रहे थे कि, वह पैसा पंचायत में जमा करे। बीते तीन अक्टूबर 2021 को राजापुर में बैठक बुला कर कथित रूप से रामपुकार को अपमानित किया गया और उसके बहिष्कार की धमकी दी गई। रामपुकार इस बैठक के बाद गुमशुदा हो गया था, इसकी गुमशुदगी थाना जयनगर में पांच अक्टूबर को दर्ज की गई थी। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के करीब तीन दिन बाद रामपुकार अचेत हालत में परिजनाें को घर के पास मिला,जिसके बाद यह स्पषट हुआ कि, उसने जहर सेवन कर लिया है। बेहतर उपचार के लिए रायपुर ले जो समय उसकी 11 अक्टूबर को मौत हो गई तब पुलिस को मृतक रामपुकार के पास से साेसाइड नोट भी मिला था, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए सरपंच और ग्राम पटेल को जवाबदेह बताया था।
इस घटना के छ महिने 24 दिन बाद जयनगर पुलिस ने ग्राम सरपंच सियंबर सिंह और ग्राम पटेल कंचन प्रजापति के खिलाफ धारा 306 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। रामपुकार की पत्नी के लिए हालांकि इंसाफ की लड़ाई अभी और दूर है, अभी तो केवल अपराध दर्ज हुआ है, और उसमें भी छ महिने 24 दिन का समय लग गया है। अभी गिरफ्तारी और फिर काेर्ट अदालत की थका देने वाली लड़ाई बची है।