SUKMA/KANKER. नक्सल प्रभावित बस्तर में सुरक्षाबलों को एक बार फिर सफलता मिली है। सुकमा में 3 माओवादियों को सर्चिंग के दौरान पानिडोबिर के जंगल से गिरफ्तार किया है। अंतागढ़ एडिशनल एसपी से मिली जानकारी के अनुसार कोयलीबेड़ा थाना प्रभारी के नेतृत्व में थाना व डीआरजी बल की टीम माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर नक्सली गश्त सचिंग पर ग्राम डुट्टा, जुगड़ा, चिलपरस, पानीडोबीर की ओर आगे बढ़ रहे थे, उसी दौरान माओवादी सुमंद उर्फ सुमन आंचला व संजय उसेण्डी एवं परसराम धनगुल पुलिस टीम को देखकर भागने लगे तब पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया।
माओवादियों पर आगजनी, मारपीट, आईडी विस्फोट जैसे कई गंभीर अपराध
नक्सलियों को गिरफ्तार करने के बाद थाने के अपराधों में जारी स्थायी वारंट के अपराध के संबंध में तथा विभिन्न माओवादी घटनाओं के संबंध में पूछताछ करने पर उक्त आरोपी द्वारा माओवादी संगठन में सक्रिय सदस्य के रूप में काम करना स्वीकार किया गया। कोयलीबेडा थाना अंतर्गत विभिन्न माओवादी घटनाओं में शामिल होकर अन्य माओवादी साथियों के साथ घटना करना स्वीकार किए। उक्त माओवादियों पर आगजनी, बलवा, मारपीट, आईडी विस्फोट जैसे कई गंभीर अपराध भी थाने में दर्ज है।
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जवानों को उड़ाने के लिए नक्सलियों ने लगाई थी आईईडी
इधर, बीजापुर में एरिया डोमिनेशन ड्यूटी के दौरान आईईडी बरामद किया गया है, कोबरा वाहिनी के बम निरोधक दस्ता ने आईईडी को निष्क्रिय कर दिया है। जवानों को उड़ाने के लिए नक्सलियों ने आईईडी लगाई थी। जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है। वहीं सुकमा में 1 महिला समेत 2 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं, किस्टाराम इलाके से नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई है। कोबरा 208 बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में दो नक्सली पकड़े गए हैं, जो कि वाहनों की आगजनी की घटना में शामिल रहे हैं। एएसपी नक्सल ऑप्श किरण चौहाण ने इस घटना की पुष्टि की है।
सीएम भूपेश बोले-नक्सलवाद सिमटा है
इसी बीच दुर्ग में सीएम भूपेश बघेल ने नक्सली घटनाओं पर बयान दिया है। उन्होने कहा कि नक्सलवाद सिमटा है पर ऐसा भी नहीं की खत्म हो गया। नक्सली घटनाओं में बहुत कमी आई है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नीतियों से आदिवासियों को लाभ हुआ है। नक्सली या तो मारे जा रहे हैं या सरेंडर कर रह हैं। रमन सिंह के समय ग्रामीणों को नक्सली बताकर जेल भेजा गया है, जिन ग्रामीणों को जेल भेजा था उन्हें हमने वापस कराया है।