RAIPUR. बिरनपुर की घटना को लेकर बीजेपी ने न्यायिक जांच की मांग की है। बीजेपी के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है। वहीं इस बयान पर पीसीसी संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि घटना की जांच दंगा भड़काने वालों पर भी होनी चाहिए। बीजेपी नेताओं ने दंगे भड़काने के लिए क्या किया? इस पर जांच होनी चाहिए। बीजेपी के किसी भी नेता ने शांति की अपील नहीं की है। इसके पीछे बीजेपी का षडयंत्र लग रहा है।
कांग्रेस मामले की न्यायिक जांच कराए
पूर्व मंत्री चंद्राकर ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि बिरनपुर की घटना पर कमिश्नर जांच में रिपोर्ट में क्या आएगा? यह तो पहले से पता है। कांग्रेस को इसकी न्यायिक जांच करानी चाहिए, क्योंकि छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना पहली बार हुई है।
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बिरनपुर गांव में बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित
इधर, बेमेतरा हिंसा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, इसी बीच खबर हैं कि बिरनपुर गांव में बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित कर दिया गया है, साथ ही गांव के लोग भी बाहर नहीं जा सकेंगे। पूरे गांव को बांस बल्ली और टिन से घेरा गया है, आपातकाल के लिए गांव में मेडिकल टीम मौजूद है। खेत और नहर की तरफ से पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
पुलिस और प्रशासन की सर्चिंग तेज
वहीं बिरनपुर गांव में पुलिस और प्रशासन ने सर्चिंग तेज कर दी है, 1 परिवार के 6 लोगों के गायब होने की अफवाह की पड़ताल की जा रही है। वोटर लिस्ट लेकर पुलिस घर-घर जा रही है, और वोटर लिस्ट के जरिए परिवार के सदस्यों का मिलान किया जा रहा है। अभी तक वोटर लिस्ट के सभी लोग गांव में ही मिले हैं। वहीं 2 लोगों के लोहारा में होने की जानकारी मिली है।
बिरनपुर में 13 कंपनियां तैनात
बता दें कि बिरनपुर से 15 किमी पहले भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, जिले में 13 कंपनियों के फोर्स लगाया गया है, पूरे जिले में धारा 144 प्रभावशील है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई का प्रावधान भी कर दिया गया है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस उपद्रवियों की पहचान करेगी, जिले में धरना प्रदर्शन और भीड़ इक्कठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। राशन और सामान लेने के लिए पीडीएस दुकानों में जाने के लिए परमिशन दी गई है जिसके बाद लोग अपने घरों से निकल कर राशन ले रहे हैं।
बिरनपुर गांव में शांति और सुलह के प्रयास
इसी बीच बिरनपुर गांव के सरपंच जेठूराम साहू का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बाहर के लोग गांव के मामले में दखल न दें। बाहरी लोगों को गांव में अशांति और भगदड़ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने गांव में शांति व्यवस्था के लिए लोगों से सहयोग का निवेदन किया है। गांव में दो बच्चों के झगड़े के बाद उपजे हालात के बीच दोनों पक्षों के बीच शांति और सुलह की कोशिशें जारी हैं।