GARIABAND. गरियाबंद जिले में बड़ी खबर मिल रही है। यहां धान खरीदी केंद्र की मांग को लेकर धरना दे रहे किसान भड़क गए। इस दौरान किसानों की पुलिस से बहस हो गई। इसके बाद किसानों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें कई घायल हो गए। इस दौरान किसान फिर ईंट लेकर पुलिस के पीछे ही दौड़ गए। हमले में 3 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
किसानों ने नेशनल हाईवे 130 को किया जाम
आज कंडेकेला सहकारी समिति के अधीन आने वाले 7 गांव के कई लोगों ने यहां पर धान खरीदी केंद्रे खोलने की मांग को लेकर धुरूवागूड़ी के पास चक्काजाम किया था। इस चक्काजाम में महिला किसान भी शामिल हुईं थीं। सभी नेशनल हाईवे.130 पर ही बैठ गए थे कि जब तक हमारे लिए नया खरीदी केंद्र नहीं खोला जाता। तब तक हम नहीं उठेंगे। इसके बाद वहां पुलिस पहुंची और समझाने की कोशिश भी।
सहकारी समिति 10 साल से दूसरी जगह से हो रही संचालित
बता दें क कंडेकेला सहकारी समिति को पिछले 10 साल से भेजीपदर में संचालित किया जा रहा है। बस इसी बात को लेकर लोग नाराज हैं। नाराज ग्रामीणों का कहना है कि या तो कंडेकेला में वापस सहकारी समिति खोल दिया जाए या नया खरीदी केंद्र खोल दिया जाए। इस वजह से सुबह 8 बजे से ही लोग यहां जमा हो गए थे।
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ग्रामीणों में नाराजी का कारण जाना पडता है 3 किमी दूर
ग्रामीण इस बात से भी नाराज हैं कि उन्हें धान बेचने 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। उधर, जब इस बात की जानकारी पुलिस और राजस्व विभाग की टीम को हुई तब वे भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस की टीम ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इस बीच लोगों की पुलिस से बहस शुरू हो गई। इसके बाद लोगों ने पुलिस पर पत्थर से हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके से भागने लगी।
ऐसे बढ़ा विवाद
थाने का घेराव करने पहुंचे लोगों ने बताया कि हम शांति तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। हम सभी नीचे बैठे थे। मगर पुलिस ने पहले हमसे मारपीट की। हमारी मां-बहन को पीटा गया है। इसलिए हम आत्म सम्मान के लिए उग्र हो गए। धरने में शामिल हुई और एक महिला ने कहा कि हम पहले ही चक्काजाम करने की चेतावनी दी थी। हम आज चक्काजाम कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने ही महिलाओं पर लाठीचार्ज किया था। इस वजह से हम लोग भी भड़क गए और विवाद बढ़ गया।