Raipur. एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। यह वीडियो बीजेपी नेता और तहसीलदार के बीच तीखी बहस का है। रायपुर में बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास और तहसीलदार के बीच धरना प्रदर्शन की अनुमति को लेकर बवाल देखने को मिला है। बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास का कहना है कि रसोइया संघ ने जब प्रदर्शन की सूचना दे दी है तो उन्हे बार-बार धरना करने से क्यों रोका जा रहा है? वहीं इस दौरान बीजेपी नेता- तहसीलदार के बीच बहस चली और गौरीशकंर श्रीवास ने नोटिस फाड़ते हुए कहा कि बाबा अंबेडकर ने हमें धरना प्रदर्शन करने का मौलिक अधिकार दिया है।
'मेरा नाम गूगल करिए और जेल भेजिए'
वीडियो में सरकारी नोटिस फाड़ने के बाद बीजेपी नेता प्रशासन पर भड़क गए और कहा कि आप लोग इतने बल में पुलिस लेकर आए हैं तो हम लोगों की हत्या कर दीजिए.. लाठी मारिए... या जेल ले जाइए। दूसरी ओर तहसीलदार ने कागज में कुछ लिखते हुए नाम और पद पूछा जिसमें बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि मोबाइल में गूगल करके देख लीजिए, मेरी सारी जानकारी मिल जाएगी। इसके बाद बीजेपी नेता ने बाबा भीमराव अंबेडकर की फोटो रखकर धरना देने बैठ गए।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला रायपुर में जारी रसोइया संघ के आंदोलन का है। जहां लंब समय से अपने मानदेय बढ़ाने को लेकर रसोइया संघ की महिलाएं नवा रायपुर के तूता में धरना दे रही हैं। आंदोलन खत्म करने और हटाने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी गुरुवार को पहुंचे। जिसके बाद बीजेपी नेता गौरी शंकर श्रीवास ने पूरी कार्रवाई का विरोध किया है। रसोइया संघ मानदेय में कलेक्टर दर पर बढ़ोतरी किए जाने के लिए कई बार आवेदन दे चुका है। हाल ही में शासन ने 300 रुपए मानदेय बढ़ाया है। जिसके खिलाफ यह धरना प्रदर्शन चल रहा है। फिलहाल बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास का वीडियो सोशल मीडिया में चर्चा की विषय बना हुआ है।