याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. छत्तीसगढ़ की राजधानी में खालिस्तान परस्त रैली निकलने के मसले पर सदन में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसी भी प्रकार की देश विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे लोगों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। विपक्ष भी सीएम के मत से सहमत हुआ और उसने तत्काल सीएम के वक्तव्य को प्रस्ताव के रूप में पारित करने का आग्रह कर डाला। जिसे स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने स्वीकार करते हुए सीएम के वक्तव्य को विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव के रूप में दर्ज कराया।
सदन में सीएम भूपेश की दो टूक
सदन में खालिस्तान परस्त रैली और नारेबाज़ी को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने सख़्त तेवर दिखाए हैं। सीएम ने सदन में कहा, 'कल की घटना में बिना सूचना दिए 35-40 लोग जुलूस लेकर निकले, सिक्ख समाज के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। एक छोटा से समूह द्वारा इस तरह की हरकत करने की सूचना है। छत्तीसगढ़ में देश विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे फूटेज बारिकी से देखे जा रहे हैं। ऐसा एक भी नारा यदि लगा है, जो देश विरोधी है। उसे कतई नहीं बख्शा जाएगा। मैं सदन को आश्वस्त करता हूं।
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खालिस्तान समर्थक रैली पर विपक्ष का सदन में हंगामा, कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित
इससे पहले रायपुर में खालिस्तान समर्थक रैली निकलने और नारेबाजी के विरोध में विपक्ष ने गुरुवार (23 मार्च) को सरकार पर जमकर निशाना साधा। विधानसभा में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष ने सवाल किया कि कहां है प्रदेश सरकार? लोग इकट्ठा हो गए, रैली निकाल ली, एक समूह ने खुलेआम नारेबाजी की। कहां थी आपकी (सरकार) पुलिस। आपको पता कैसे नहीं चला, कहां गया आपका इंटेलिजेंस? आदि-आदि कई सवाल दागे गए। इसी बीच मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि देश में अगर ऐसी हरकतें हो रही हैं तो इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाबदेह हैं। इसके बाद विपक्ष और भड़क गया। हंगामा तेज हो गया। सीएम के वक्तव्य की मांग करने लगा। जिसके बाद सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।