शिवम दुबे, RAIPUR. राजधानी रायपुर में हिंदू स्वाभिमान जागरण और सामाजिक समरसता निमित्त संतों की यात्रा की जाएगी। यह यात्रा 18 फरवरी को छत्तीसगढ़ में 4 जगहों से शुरु की जाएगी और वहीं इसका समापन 19 मार्च को किया जाएगा। इसको लेकर रायपुर विश्व हिंदू कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी गई है।
हिंदू जागरूक नहीं इसलिए धर्मांतरण- VHP
चंद्र शेखर वर्मा संयोजक का कहना है कि जहां साधु संत नहीं जा पाते वहां ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मपरिवर्तन कराया जाता है। इसलिए सभी को जागरूक करने के लिए हिंदू स्वाभिमान पदयात्रा की जा रही है। पदयात्रा प्रतिदिन 20-25 किलोमीटर चलेगी। महाशिवरात्रि के दिन पदयात्रा शुरुआत होगी। 18 मार्च को रायपुर में यह यात्रा हर बस्ती हर वार्ड में जाएगी और विशेष आग्रह करेगी। इसके साथ ही 19 मार्च को बड़ी धर्मसभा के साथ इसका समापन किया जाएगा।
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हाय-टाटा-बाय को खत्म कर राम को घर-घर तक पहुंचाना उद्देश्य
संयोजक चंद्र शेखर वर्मा का कहना है कि सभी समाज के संतों से आग्रह करेंगे कि यह यात्रा सफल बनाएं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि हिंदू भाव में जागरूकता आए। जागरुकता नहीं है इसलिए गौतस्करी जैसी घटनाएं होती है। भारत हिंदुओं का देश है। इसीलिए इसे हिंदुस्तान कहते है। लेकिन यह अभी हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं हुआ है। छत्तीसगढ़ में राम राम के नाम को पहुंचाना है। सुबह शाम हाय!! टाटा!! बाय-बाय!!! बंद करना है। धर्मांतरण को बंद करना है। मोहल्ला, बस्ती, शहर, गांव में हो रहे धर्मान्तरण के खिलाफ आवाज उठाना है। जिन्होंने धर्मांतरण कर लिया है उनको वापस लाना है। और जो नहीं वापस रहे है उनका पूरी तरह से बहिष्कार करना है।
सब पहले हिंदू फिर राजनीतिक- VHP
सभी को संत मंडली के द्वारा निमंत्रण दिया जाएगा। कांग्रेस, बीजेपी, शिवसेना या कोई भी पार्टी हो सभी के जनप्रतिनिधियों को निमंत्रण दिया जाएगा। क्योंकि सब पहले हिंदु है फिर राजनीतिक है। सबसे आखिर में रायपुर में एक बड़ी धर्मसभा का आयोजन भी किया जाएगा। धर्मसभा में संकल्प लिया जाएगा। पदयात्रा के दौरान जहां रात्रि विश्राम में सत्संग या धर्मसभा किया जाएगा।