Jagdalpur, 20 अप्रैल 2022। बस्तर के बीजापुर इलाक़े में माओवादियों की ओर से पोस्टर पर्चे फेंके गए हैं जिसमें महिला नक्सली नर्मदा उर्फ़ उप्पुगंटी की स्मृति में आगामी 25 अप्रैल को दंडकारण्य बंद का आह्वान किया गया है। जिस नर्मदा का ज़िक्र माओवादी कर रहे हैं, उसे महाराष्ट्र की गढ़ चिरौली पुलिस ने 2019 में गिरफ्तार किया था। महिला नक्सली नर्मदा को लेकर तब की मीडिया रिपोर्ट यह बताती है कि जब उसे गिरफ्तार किया गया था तब भी उसकी तबियत बेहद ख़राब थी।मीडिया रिपोर्ट में यह उल्लेख है कि कट्टर माओवादी नर्मदा को आत्मसमर्पण का प्रस्ताव दिया गया लेकिन उसने स्वीकार नहीं किया, उसे पुनर्विचार के लिए अतिरिक्त 24 घंटे दिए गए लेकिन वह नहीं मानी तो फिर गिरफ़्तारी की औपचारिकता पूरी की गई।गूगल पर मौजूद एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कैंसर से पीड़ित होने की वजह से बीते 9 अप्रैल को बांद्रा स्थित अस्पताल में उसकी मौत हुई।नर्मदा के माओवादियों से जुड़ने के समय को लेकर दो खबरें हैं पहली यह कि 1982 में जब वह छात्रा थी तब ही पीडब्लूजी में शामिल हो गई थी।जबकि एक अन्य सूचना में उसकी सक्रियता 1996 से दर्ज है।वह माओवादियों के लिए एक बेहद अहम कैडर थी।
बस्तर से ही दो अन्य सूचनाएँ हैं,दोनों आईईडी ब्लास्ट से जुड़ी हैं। तड़के क़रीब छ बजे सुकमा के करीगुंडम कैंप से क़रीब 200 मीटर दूर प्रेशर आईईडी ब्लास्ट हुआ है, लेकिन किसी को चोट नहीं आई है।सुकमा में ही थाना जगरगुंडा के गाँव चिमलीपेंटा में सर्चिंग के लिए निकले कोबरा बटालियन ने आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया है। माओवादियों के बंद के आह्वान को लेकर आईजी पी सुंदरराज ने कहा
“दबाव बनाने की कोशिश है,माओवादियों का यह आह्वान सफल नहीं होगा क्योंकि अब जनता का मोहभंग हो चुका है। विश्वास विकास और सुरक्षा की त्रिवेणी अपना असर प्रभावी रुप से दिखा रही है”