BALOD. जिले के वनांचल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी ने फिर एक बार अपनी दस्तक दी है। इस बार डौंडीवन परिक्षेत्र से विचरण करते हुए वह जिले के वनांचल क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इसी बीच मंगलवार (16 मई) सुबह लगभग 5 बजे डौंडी वन परिक्षेत्र के ग्राम कुंजकन्हार गांव में एक महिला शौच के लिए गई थी। जहां उस महिला से उसका आमना- सामना हो गया। इस दौरान हाथी ने महिला को पटक दिया। जिसके बाद घायल महिला को 108 के माध्यम से डौंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां महिला की मौत हो गई।
महिला रिश्तेदार के यहां आई हुई थी
मृतक महिला का नाम गीता बाई और उम्र 60 वर्ष बताया जा रहा है। मृतक महिला इस गांव की निवासी नहीं है। इस गांव में अपने रिश्तेदार के यहां आई हुई थी। फिलहाल यह दंतैल हाथी विचरण करते हुए दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र स्थित मथेना परिसर के आर एफ 111 वन क्षेत्र में पहुंच गया है। हाथी की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग द्वारा धनवापारा, मथना सहित कुल 7 गावों में अलर्ट जारी कर दिया है। ताकि ग्रामीण इस हाथी से सुरक्षित रह सकें।
प्रतापपुर में भी हाथी के हमले से हुई थी ग्रामीण की मौत
बता दें कि इसी तरह बीते दिन भी वन परिक्षेत्र प्रतापपुर अंतर्गत धरमपुर वन क्षेत्र के बगड़ा गांव से लगे जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गए एक ग्रामीण की जंगली हाथी के हमले से मौत हो गई। बगड़ा निवासी चरकू राम राजवाड़े पिता अंथा राम राजवाड़े उम्र 55 वर्ष तेंदूपत्ता तोड़ने गांव से लगे जंगल में गया था। तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान अचानक उसका सामना एक जंगली हाथी से हो गया। इससे पहले की वह कुछ समझ पाता हाथी ने उसे सूंड़ में लपेटकर दूर फेंक दिया। जिससे वह जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
इलाज के लिए ग्रामीण को मिली 5 हजार की मदद
लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और घायल अवस्था में किसी तरह से हाथी से बचते हुए घर पहुंच गया। जहां परिजनों और ग्रामीणें ने घटना की सूचना वन विभाग को दी। सूचना पर धरमपुर के डिप्टी रेंजर और अन्य वन कर्मी गंभीर रूप से घायल चरकू को इलाज के लिए वन विभाग के वाहन में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर पहुंचे। जहां उसकी स्थिति बिगड़ती देखकर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल अंबिकापुर रेफर कर दिया। जिला अस्पताल अंबिकापुर में इलाज के दौरान गंभीर रूप से घायल चरकू की मौत हो गई। वन विभाग ने चरकू की मृत्यु से पूर्व उसका इलाज कराने स्वजनों को पांच हजार की तात्कालिक सहायता राशि दी थी।