रायपुर,17 अप्रैल 2022। सत्रह महिने के बाद सूबे के चुनाव में आम आदमी पार्टी मज़बूत दख़ल का इरादा रखते हुए क़वायद शुरु कर चुकी है। पंजाब में जीत के बाद आम आदमी पार्टी का फ़ोकस जिन दो राज्यों में है उनमें पहला गुजरात है तो दूसरा छत्तीसगढ़ है। पंजाब में जीत के बाद चर्चाओं में आए प्रोफ़ेसर डॉक्टर संदीप पाठक जो आप की ओर से राज्यसभा सदस्य हैं, वे बिलासपुर के पास मुंगेली ज़िले के लोरमी के हैं। पुष्ट संकेत है कि आम आदमी पार्टी उन्हें प्रमुख चेहरा बनाकर चुनावी संग्राम में उतर सकती है।डॉ संदीप पाठक कैंब्रिज से पढ़ाई पूरी करने के बाद आईआईटी दिल्ली में प्रोफ़ेसर थे जो आम आदमी पार्टी से जुड़े और जैसा कि उन्हें लेकर बताया जाता है कि संदीप पाठक को बूथ लेवल तक संगठन बनाने में महारत है। छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी इसी गुण का लाभ लेने की तैयारी में है।
दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय जो आप के प्रदेश प्रभारी हैं, उनके साथ संदीप पाठक छत्तीसगढ़ में है और प्रशिक्षण सत्रों में भाग लेने के साथ साथ बिलासपुर में कल रोड शो करेंगे।इस प्रशिक्षण सत्र के बाद आम आदमी पार्टी गाँव मोहल्ले तक पहुँचने की और वहाँ संगठन का ढाँचा तैयार करने की क़वायद में जुटेगी।
डॉ संदीप पाठक ने दावा किया है कि प्रदेश की जनता दोनों दलों को हराएगी क्योंकि दोनों ही दल भ्रष्ट हैं। डॉ पाठक उस जुमले को दोहराते हैं जो आप के लिए ख़ासा लोकप्रिय हुआ है, और वह जुमला है -हम राजनीति करने नहीं राजनीति बदलने आए हैं। लाभार्थी योजना याने मुफ्तखोरी की नीति पर हुए तीखे सवाल पर डॉ पाठक ने कहा
“संवैधानिक अधिकार तो पूरे करने ही होंगे, पानी बिजली शिक्षा स्वास्थ्य आवास। लेकिन इसके लिए टैक्स पेयर पर क़र्ज़ा चढ़ा कर देने की नीति ग़लत है, दिल्ली में हम सब दे रहे हैं पर बजट घाटे का नहीं है, क्योंकि हमने भ्रष्टाचार के रास्ते बंद कर दिए हैं।”
प्रदेश में किचन कैबिनेट
गोपाल राय ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर बेहद तल्ख़ तंज किया है। गोपाल राय ने कहा −”प्रदेश की सरकार को कैबिनेट नहीं बल्कि किचन कैबिनेट चला रही है, मंत्री को पता ही नहीं चलता और किचन कैबिनेट सारे फ़ैसले कर देती है।किचन कैबिनेट पूरी तरह हावी है और पंद्रह साल के भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड तीन साल में ही तोड़ गई है।48 हज़ार करोड़ का क़र्ज़ा एक लाख पार कर गया है। रोज़गार मिला नहीं स्कुल खुले नहीं तो पैसा किधर जा रहा है।”
कई मंत्री संपर्क में
आम आदमी पार्टी का दावा है कि छत्तीसगढ़ सरकार के कई मंत्री उनके संपर्क में है। अलग अलग मौक़ों पर उनसे संवाद हुआ है और हो रहा है, अंतिम निर्णय सर्वे के बाद होगा कि उनके अपने क्षेत्र में उनकी क्या छवि और स्थिति है।
बीते चुनाव में बुरी गत रही है आप की
बीते 2018 के चुनाव में आम आदमी पार्टी प्रदेश की 90 में से 85 सीटों पर चुनाव लड़ चुकी है, और उसकी किसी भी सीट पर ज़मानत नहीं बच पाई।आँकड़े के अनुसार नोटा को आप से ज़्यादा मत और प्रतिशत हासिल हुए थे।इस के बावजूद कि आम आदमी पार्टी नए दम ख़म और तेवर के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है, प्रदेश में बीते तीन सालों में कोई ऐसा बड़ा जनांदोलन आम आदमी पार्टी के खाते में दर्ज नहीं है।