Raipur. बीते दिनों जशपुर के एक पहाड़ी कोरवा परिवार ने आत्महत्या कर ली जिसके बाद से मामला अब तक ठंडा नहीं हुआ है। अब पहाड़ी कोरवा अनुसूचित जनजाति के लोगों ने पूर्व सांसद रामविचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसको लेकर पहाड़ी कोरवा परिवार ने अनुविभागीय अधिकारी से इसकी शिकायत भी की है। जिसमें आरोप हैं कि रामविचार नेताम की बेटी निशा सिंह के नाम पर 13 एकड़ जमीन सिर्फ साढ़े 5 लाख रुपए में रजिस्ट्री करा ली गई है। इसके लिए पहाड़ी कोरवा परिवार ने लिखित आवेदन देकर एसडीएम से शिकायत की है और जमीन वापस दिलाने की मांग की गई है।
छल कपट से कब्जा की जमीन- पहाड़ी कोरवा परिवार
पहाड़ी कोरवा परिवार के सुगनी, भोलाराम, राजू राम, फूलकुमारी, दीपा बाई, मीना बाई, राजेश राम ने यह आवेदन एसडीएम को सौंपा है। इस आवेदन में पूर्व राज्यसभा सांसद और पूर्व मंत्री रामविचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिस भूमि निशा सिंह के नाम पर रजिस्ट्री करा ली है। वह उस भूमि पर खेती- किसानी का काम किया करते थे। जिसे छल कपट करते हुए रजिस्ट्री करा लेने से अब परिवार को खेती के लिए दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही पहाड़ी कोरवा परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है।
पहाड़ी कोरवा परिवार की क्या है मांग
एसडीएम को सौंपे गए आवेदन के अनुसार पहाड़ी कोरवा परिवार ने 25 जून 2021 को विक्रय पत्र को शून्य घोषित करते हुए उक्त भूमि पर पुनः नाम दर्ज करते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बगीचा से कब्जा वापस दिलाए जाने की मांग की है। एसडीएम बगीचा को सौंपे गए आवेदन में आवेदिका सुगनी पति नान राम ने बताया है कि सरधापाठ अम्बाकोना में उसके पति नान राम की लगभग 5.605 हेक्टेयर जमीन है जहां वह अपने छ बच्चों के साथ रहती है। यहां वे जिस जमीन पर खेती करते थे, उसे मुख्तयार ग्रहिता राय सिंह पिता रामखेलावन उम्र 44 निवासी रायपुर के द्वारा जून 2021 में छल-कपट से रजिस्ट्री कराते हुए निशा सिंह पिता रामविचार नेताम के नाम कब्जा कर नामांतरण करा लिया गया।