KAWARDHA. मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जंगलों में लगातार नक्सलियों का दखल बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 12 लाख का इनामी नक्सली मारा गया। मृतक नक्सली का नाम रूपेश उर्फ हुगा और उम्र 25 साल है। वह छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले का सुकमा का रहने वाला था। उस पर मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से 12 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उसके पास से एक रायफल बरामद हुई है।
पुलिस ने 12 लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया
जानकारी के अनुसार रेंगाखार थाने से 40 किमी दूरी पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। बालाघाट पुलिस व हाक फोर्स ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। मलाजखंड थाना के ग्राम हर्रा टोला के जंगल में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 12 लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया। मृतक नक्सली कान्हा भोरमदेव डिवीजन के सक्रिय नक्सली कबीर उर्फ सुरेंद्र का सुरक्षा गार्ड था। बालाघाट जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डाबर ने बताया कि यह मुठभेड़ बालाघाट जिले के मलाजखंड थाना के अंतर्गत ग्राम हराटोला के जंगल में हुई। जंगल में हॉकफोर्स और पुलिस पार्टी रविवार (18 दिसंबर) को सर्चिंग कर रही थी। इस दौरान लगभग 20 नक्सलियों के समूह ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक नक्सली को मार गिराया। अन्य नक्सलियों के घायल होने का अनुमान है। एनकाउंटर में मारे गए नक्सली का नाम रूपेश है। मौके पर पुलिस फोर्स की सर्चिंग बढ़ा दी गई है।
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पुलिस को मिली थी नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना
पुलिस महानिरीक्षक संजय सिंह व पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि हर्राटोला में बैहर के एसओजी एसआई आशीष शर्मा को नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी। इस पर वे हॉकफोर्स व जिला पुलिस बल के 25 जवान शामिल थे। बीस दिन में पुलिस पार्टी ने ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों के हौसले पस्त करने में कामयाबी हासिल की है। पुलिस को अभी तक एक नक्सली का शव मिला है। जंगल में नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए हैं।