Bijapur. बस्तर से एक खबर सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ वायरल हो रही है जिसके अनुसार पेटी ठेकेदार समेत चार लोग जो कि सघन नक्सल प्रभावित इलाक़े में गए थे वे बीते 24 दिसंबर से लापता हैं। वायरल वीडियो के अनुसार परिजन उनके अपहरण की आशंका जताते हुए उनकी रिहाई की अपील माओवादियों से कर रहे हैं। इधर बीजापुर पुलिस तक इस मसले को लेकर ना तो कोई आवेदन पहुँचा है और ना ही कोई परिजन। पुलिस ने सोशल मीडिया से मिल रही जानकारी के आधार पर जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश करने की बात कही है।
क्या है मसला
दोपहर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी कुछ महिलाओं के साथ मौजूद हैं.उन महिलाओं के हवाले से वे यह बता रही हैं कि ये लोग कोंडागांव से आए हैं इन महिलाओं के परिजन गंगालूर की ओर गए थे, और क़रीब एक हफ़्ता हो गया है उनका कोई पता नहीं है। सोनी सोरी उस वीडियो में यह अपील करते भी दिख रही हैं कि, यदि उस इलाक़े में इन के परिजनों को पकड़ा गया हो या रोका गया हो तो उन्हें छोड़ दें। वे यह अपील नक्सलियों से कर रहीं हैं। इस वीडियो के साथ जो मैसेज वायरल हो रहा है उसमें पेटी ठेकेदार निमेंद्र दीवान के साथ नीलचंद नाग ( कोंडागांव), टेमरु नाग ( लोहंडीगुड़ा ) और चापड़ी बत्तैया ( बारसूर) के नाम शामिल हैं जिनका कथित रुप से अपहरण हो गया है। बताया गया है कि, नक्सल प्रभाव क्षेत्र में कोई निर्माण कार्य करना था और ये लोग नक्सलियों से इस मसले पर चर्चा या कि अनुमति लेने गए थे।
बीजापुर पुलिस के पास ना आवेदन ना आवेदक
जिस गंगालूर जगह का उल्लेख वायरल वीडियो में है वो बीजापुर ज़िले में है। बीजापुर पुलिस के पास ना तो इस मसले को लेकर कोई आवेदन मिला है और ना ही कोई आवेदक पहुँचा है। बीजापुर पुलिस ने द सूत्र से कहा
“वायरल वीडियो में जो कहा गया है, हम उसकी तस्दीक़ कर रहे हैं और जानकारी जुटा रहे हैं। हमारे पास इस मसले को लेकर कोई आवेदन नहीं आया है और ना ही कोई परिजन बतौर आवेदक या सूचना देने पहुँचा है”