नितिन मिश्रा, Korba. बागों थाने में पदस्थ ASI नरेंद्र सिंह परिहार हत्याकांड मामले में पुलिस ने समीपस्थ कौनकोना गांव के करण गिरी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ग्रामीण इस बात पर नाराज था कि, जब गांव में डीजे बजा रहे थे तो डीजे जब्त कर पुलिस ले गई लेकिन अगले दिन देर रात तक खुद डीजे थाना परिसर में बजा रहे थे, इस बात से नाराज होकर ग्रामीण ने हत्या की। पुलिस का दावा है कि ग्रामीण ने हत्या का अपराध स्वीकार लिया है।
ASI की हत्या से पुलिस की हो रही थी किरकिरी
9 मार्च की रात बांगो थाना परिसर में स्थित पुलिस बैरक में यह घटना हुई थी। थाना परिसर और बैरक में डीजे के साथ होली मनाई गई थी। बैरक में अगले दिन ASI नरेंद्र सिंह परिहार का क्षत विक्षत शव मिला था। थाना परिसर से करीब और नेशनल हाईवे से बिल्कुल सटे बैरक में पुलिसकर्मी की हत्या ने पुलिस महकमे की जमकर किरकिरी करा दी क्योंकि तमाम कवायद के बावजूद पुलिस ना हत्यारे को तलाश पा रही थी ना हत्या की वजह खोज पा रही थी। विधानसभा में विपक्ष ने इस मसले को लेकर लगातार सवाल किया और सत्ता पक्ष को असहज होना पड़ा था।
पुलिस के अनुसार इसलिए हुई हत्या
इस घटनाक्रम को लेकर पुलिस कोनकोना के ठिहाईपारा बावापार से जिस ग्रामीण राजकुमार गिरी को हत्यारोपी बता रही है। उसके हवाले से पुलिस ने बताया है कि, मृतक ASI नरेंद्र सिंह परिहार ने दिसंबर में शराब जब्ती कर आरोपी को जेल भेज दिया था। होली त्यौहार में जब ग्रामीण राजकुमार अन्य ग्रामीणों के साथ मोहल्ले में डीजे बजाते हुए होली मना रहा था तो ASI परिहार रात साढ़े नौ बजे डीजे जब्त कर ले गए। ग्रामीण राजकुमार तब नाराजे हो गया जबकि कथित तौर पर उसने पाया कि अगले दिन साढ़े नौ बजे डीजे थाना परिसर में ही बजते देखा। नाराज राजकुमार बैरक में पहुंचा और ASI परिहार पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर फरार हो गया। कोरबा पुलिस का दावा है कि, आरोपी के विरुध्द पर्याप्त साक्ष्य हैं और वही आरोपी है।