BHILAI.भिलाई इस्पात संयंत्र में आज (14 फरवरी) फिर एक बड़ा हादसा हो गया। रेल मिल में ये हादसा हुआ है। जहां कार्य के दौरान ठेका श्रमिक विनय मौर्य का पैर कपलिंग मशीन में फंस गया। घटना के बाद चारों ओर चीख पुकार मच गई। हादसे की जगह करीब 50 श्रमिक इकट्ठे हो गए, लेकिन मशीन में फंसे मजदूर के पैर को निकाल नहीं पाए।
परिजनों में आक्रोश, लापरवाही का आरोप
सूचना मिलते ही संयंत्र के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद मशीन काट कर श्रमिक विनय का पैर मशीन से निकाला गया। इसके बाद तत्काल भिलाई के सेक्टर 9 अस्पताल में घायल को गंभीर अवस्था में ले जाया गया। जहां घायल के परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने हादसे को लेकर संयंत्र प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
ये भी पढ़ें...
हॉस्पिटल में नस का डॉक्टर नहीं मिला
प्रबंधन पर बिना शट डाउन लिए और बिना सुरक्षा इंतजाम के मजदूर से काम लेने का भी रिश्तेदारों और यूनियन ने आरोप लगाया। कहा, जिस काम के लिए पूरी टीम लगती है, उस कार्य के लिए लंच टाइम पर अकेले ठेका श्रमिक को भेजना घोर लापरवाही है। हादसे में मजदूर का पैर पूरी तरह से खराब हो गया है और सेक्टर 9 हॉस्पिटल में नस का डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने की वजह से जब दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की बात चिकित्सकों ने कही,तब परिजन और भी ज्यादा भड़क उठे।
घायल को रायपुर एम्स किया शिफ्ट
परिजनों और यूनियन ने घायल श्रमिक के इलाज में भी प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। फ़िलहाल मरीज को रायपुर एम्स में शिफ्ट किया गया है। इस पूरे मामले में पीड़ित परिजनों और श्रमिक यूनियन ने संयंत्र प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। एक तरफ़ बीएसपी प्रबंधन प्लांट के भीतर हादसे नहीं रोक पा रहा, लापरवाहियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा,सुरक्षा उपकरण श्रमिकों को नहीं दे पा रहा, वहीं बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में अपने कर्मियों और प्लांट में हादसे का शिकार कर्मियों को बेहतर उपचार भी नहीं दे पा रहा।