DONGARGARH. छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से लगातार अवैध शराब लाई जा रही है। अवैध शराब रोकने पुलिस की कोशिश के बाद भी ये सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। शराब तस्कर कभी कभी जंगल के रास्ते और सड़क मार्ग से बाघ नदी होते हुए बॉर्डर पार करते हैं और बड़ी मात्रा में अवैध शराब की बिक्री छत्तीसगढ़ में की जा रही है। पुलिस ने 10 पेटी अवैध शराब के साथ 3 आरोपियों को पकड़ा है। तीनों ही आरोपी छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मध्यप्रदेश से लाई गई शराब को भिलाई में खपाया जाता है।
महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ की सीमा पर बाघनदी गांव में पकड़े आरोपी
ऐसा एक और मामला पुलिस के पकड़ में आया हैं। शराब तस्कर मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र होते हुए छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर रहे थे। मुखबिर की सूचना पर महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ की सीमा बाघनदी गांव पर पुलिस प्वाइंट लगाकर 3 शराब तस्करों को धर-दबोचा है। आरोपियों के पास से 10 पेटी शराब को जब्त किया गया और वारदात में इस्तेमाल कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
छत्तीसगढ़ में खपाई जा रही दूसरे राज्यों की शराब
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में लंबे समय से दूसरे राज्यों की शराब खपाई जा रही है। ये मुद्दा विधानसभा में भी प्रमुखता से उठता रहा है। कुछ दिनों पहले दुर्ग जिले की धमधा पुलिस ने अवैध शराब से भरे एक ट्रक को जब्त किया था। ट्रक में 30 लाख रुपए की मध्यप्रदेश में बनी गोवा शराब की पेटियां भरी हुई थी। गाड़ी पकड़ने के बाद चालक ने भिलाई निवासी पम्मा सरदार को शराब का मेन डीलर बताया था।
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ट्रक चालक को तस्करी के लिए मिलते थे 1 लाख रुपए
पुलिस के अनुसार ये पम्मा सरदार भिलाई के कैंप 2, 18 नंबर रोड का निवासी है। वाहन चालक के अनुसार पम्मा सरदार लम्बे समय से इस तरह का काम करते आ रहा है। मध्यप्रदेश की अवैध शराब सालों से छत्तीसगढ़ में खपा रहा था। पुलिस ने जांच के दौरान जब्त किए गए ट्रक में 30 लाख रुपए की एमपी मेड गोवा शराब लोड थी। इससे पहले भी चालक शराब की तस्करी करता रहा है। ट्रक चालक के अनुसार उसे इस काम के 1 लाख रुपए दिए जाते थे।