रेणु तिवारी, MAHASAMUND. यहां एक व्यक्ति ने पैसों और अनुकंपा नियुक्ति की नौकरी के लालच में अपने मां-पिता और दादी की हत्या कर दी। इसके बाद घर में ही लाशों को लकड़ी और सैनिटाइजर से दो दिन तक जलाता रहा। पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस जब मामले की जांच करने उसके घर पहुंची तो घर में खून के छींटे और जली हुई बॉडी के अवशेष मिले। पुलिस ने शक के आधार पर मृतक शिक्षक के बड़े बेटे उदित से सख्ती से पूछताछ की। इसमें उदित ने माता-पिता और दादी की हत्या की बात कबूल कर ली। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
ऐसे हुई घटना
महासमुंद के पुटका गांव में रहने वाले युवक उदित ने 7 मई को अपने टीचर पिता प्रभात भोई, मां झरना और दादी सुलोचना की हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली। प्रभात भोई के बड़े बेटे उदित ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 12 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उदित ने शिकायत में लिखा कि उसके पिता प्रभात भोई 8 मई को रायपुर में इलाज कराने का बोलकर निकले, पर उसके बाद से लौटकर नहीं आए। 13 मई को दूसरा बेटा अमित घर गया, तब घर की बाड़ी जलने के निशान, दीवारों और बाथरूम में खून के छींटे मिले। अनहोनी की आशंका पर अमित ने पुलिस को खबर दी। मामला रहस्यमय होने से पुलिस को फोरेंसिक टीम की मदद लेनी पड़ी।
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सख्ती से पूछताछ पर हुआ मामले का खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ, जब लापता शिक्षक प्रभात भोई के मोबाइल ने उनकी लोकेशन उनके घर की ही बताई। पुलिस को शक हुआ और उदित को हिरासत मे लेकर पूछताछ की तो कहानी साफ हो गई और उदित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उदित ने बताया कि उसने अपने पिता से दो हजार रुपए मांगे, पर उसके पिता ने नहीं दिए। पैसे और अनुकंपा नियुक्ति को लेकर अक्सर शिक्षक दंपति का बेटे से झगड़ा होता था। उदित ने नशे की हालत में बारी-बारी से तीनों को मौत के घाट उतार दिया। तीनों की लाश को घर के पीछे एक गड्ढे में छिपा दिया। वारदात के दूसरे दिन घर मे रखी लकड़ी और सैनेटाइजर की मदद से लाश को जला दिया। पुलिस हत्या में इस्तेमाल हॉकी स्टिक और जले हुए अवशेष मिले। आरोपी को गिरफ्तार कर धारा 302, 201 के तहत केस दर्ज किया गया है।