याज्ञवल्क्य मिश्रा, RAIPUR. MCB। प्रदेश के नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के सीईओ का एक पत्र वायरल हो गया है, जो कि जनपद क्षेत्र के सभी सरपंच-सचिवों को लिखा गया है। इस पत्र में आदिवासी युवतियों से विवाह कर आदिवासी संपत्ति खरीदने और बेचने वालों की जानकारी मांगी गई है। पत्र के विषय वस्तु को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
क्या है मजमून
13 अप्रैल को जारी इस पत्र में सभी सरपंच सचिवों को संबोधित करते हुए विषय में लिखा गया है
“आदिवासी युवतियों से शादी, जिससे उनके नाम से खरीद सकें आदिवासी प्रॉपर्टी के संबंध में।”
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पत्र में आगे लिखा गया है
“उपरोक्त संदर्भित पत्र के परिपालन में लेख है कि ग्राम पंचायत अंतर्गत ऐसे व्यक्ति जो आदिवासी युवतियों से शादी कर उनके नाम से आदिवासी अचल संपत्ति खरीदी एवं बिक्री कर रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों के नाम पता एवं मोबाइल नंबर सहित जानकारी इस कार्यालय में तीन दिवस के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, जिससे संबंधित जानकारी अनुविभागीय कार्यालय मनेंद्रगढ़ की ओर समय-सीमा में प्रेषित की जा सके।”
बीजेपी ने भी लगाए थे यही आरोप
पत्र में जो मजमून है, वैसा ही कुछ आरोप बीजेपी लगातार लगाते रही है। बीजेपी और उसके अनुषांगिक संगठनों की ओर से यह आरोप लगातार लगाया गया है कि आदिवासी क्षेत्रों में लगातार आदिवासी युवतियों को बहलाने की घटनाएं होती हैं और उनसे विवाह करके धर्म बदलवाया जाता है और उनके आदिवासी होने का लाभ लेकर उन्हीं के नाम से आदिवासियों की संपत्तियों को खरीदा जाता है।