MANENDRAGARH. 18 जनवरी बुधवार को मनेंद्रगढ़ में ग्रामीणों के साथ वन विभाग को राहत की खबर मिली है। दरअसल, मनेंद्रगढ़ वन मंडल के जनकपुर और कुंवारपुर परिक्षेत्र में दहशत फैलाने वाले आदमखोर तेंदुए को करीब 38 घंटे बाद पकड़ लिया गया है। बता दें कि 15 जनवरी को उसके हमले से एक व्यक्ति की मौत के एक दिन बाद वन विभाग का सचिव स्तर से लेकर गार्ड स्तर तक की टीम उसकी खोज में लगी थी। जानकारी मिली है कि इस तेंदुए को बेहोश करके कानन पेंडारी बिलासपुर भेजा जाएगा।
अब तक 3 लोगों की जान ले चुका है तेंदुआ
जानकारी के अनुसार जनकपुर क्षेत्र के लोगों के लिए दहशत का पर्याय बना तेंदुआ नौडिया गांव में रखे पिजरे में फंस गया। वन अमले के साथ क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। पिछले कई दिनों से तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। वन विभाग की ओर से आदमखोर तेंदुए की लगातार निगरानी की जा रही थी। आदमखोर तेंदुए को पकड़ने पहले बकरी फिर मुर्गा और अब कुत्ते को चारा बनाया गया था। दरअसल, मनेंद्रगढ़ वन मंडल के जनकपुर और कुंवारपुर परिक्षेत्र में बीते 1 महीने से तेंदुए का आतंक है। आदमखोर तेंदुआ अब तक 3 लोगों की जान ले चुका है। वहीं एक को गंभीर रूप से घायल कर चुका है।
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तेंदुए की खोज में 2 दिन तक डाला डेरा
इस मामले की गंभीरता को समझते हुए 15 जनवरी के दूसरे दिन वाइल्ड लाइफ के पीसीसीएफ जनकपुर पहुंचे, सीसीएफ सरगुजा के साथ वन्य प्राणी के सीसीएफ, गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक और मनेंद्रगढ़ वन मंडल के डीएफओ 2 दिन से तेंदुए की खोज में जनकपुर में डेरा डाले हुए हैं। डॉ चंदन (कानन पेंडारी ) बिलासपुर ने बताया कि ष्इस क्षेत्र में लगातार 15 दिनों से सर्चिंग चल रही है। क्षेत्र में अभी जानकारी के अनुसार बेला गांद में तेंदुआ देखा गया है। अब वो हमारी पकड़ में है। यह राहत की खबर है।