RAIPUR. बिरनपुर हिंसा के बाद हेट स्पीच मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही अब हेट स्पीच पर सियासत भी तेज हो गई है। पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता केदार कश्यप ने कहा कि सबसे पहले हेट स्पीच पर सीएम को अपने पिता के साथ कवासी लखमा और बृहस्पति सिंह पर एफआईआर करनी चाहिए। हिंसक घटना को अंजाम देते हैं और क्षेत्र के मंत्री एक भी जवाब नहीं देते। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह खत्म हो चुकी है। कांग्रेस ने पुलिस के हाथ बांधकर रख दिए हैं। आज खुलेआम अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।
'संवैधानिक रूप से सबको बोलने का अधिकार'
बीजेपी नेता पर एफआईआर दर्ज होने पर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि संवैधानिक रूप से सबको बोलने का अधिकार मिला है। संविधान के दायरे का अगर उल्लंघन करेंगे, शांति भंग करने का कोशिश करेंगे, उसके दायरे में आएंगे तो कार्रवाई होगी। भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसको-किसको अपने घर पर बुलडोजर चलवाना है, वो आने का मौका देंगे। विघटनकारी तत्व हैं, उनको वहीं तक रहने दीजिए। छत्तीसगढ़ शांति का टापू है, इसको बनाए रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
नौकरी और मुआवजा भी मिलेगा- भगत
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के चावल घोटाले के आरोप पर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा वे परसेप्शन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फेल हैं। वितरण किया है, तो ठीक है। अगर नहीं किया है, तो जांच के दायरे में आएगा। अभी जांच जारी है। सांसद विजय बघेल के बिरनपुर के पीड़ित परिवार अब तक मुआवजा और नौकरी नहीं मिलने के आरोप पर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सीएम ने कहा है तो नौकरी और मुआवजा मिलेगा।
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'आत्महत्या कर रही जनता, हाथ बांधे बैठी है सरकार'
राजधानी रायपुर से लगे खरोरा में हुई सामूहिक आत्महत्या पर सियासत शुरू हो गई है। इस बीच पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि प्रदेश की 90 प्रतिशत जनता नहीं जानती है कि गृह मंत्री कौन है। सरकार हाथ बांधकर बैठी हुई है। सामूहिक हत्या और आत्महत्या की घटनाएं प्रदेश में बढ़ती जा रही है। वहीं, मंत्री अमरजीत भगत के बयान पर पूर्व मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के मंत्री अपना विभाग संभाल नहीं पा रहे हैं और दूसरों के विभाग की बात कर रहे हैं। अवैध तत्वों को कांग्रेस संरक्षण देती है। अवैध तत्वों के खिलाफ बुलडोजर चलना चाहिए।