बोले मंत्री सिंहदेव- मेरा मन चुनाव लड़ने का वैसा नहीं है, जैसा पहले रहता था, लेकिन जो करुंगा पूछ के करुंगा

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Yagyawalkya Mishra
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बोले मंत्री सिंहदेव- मेरा मन चुनाव लड़ने का वैसा नहीं है, जैसा पहले रहता था, लेकिन जो करुंगा पूछ के करुंगा

Raipur. कांग्रेस के क़द्दावर नेता और कांग्रेस कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने बयान दिया है कि, उनका मन इस बार चुनाव लड़ने का नहीं है। मंत्री सिंहदेव इसके पहले कह चुके हैं सही वक्त पर फ़ैसला लूँगा, चुनाव के पहले निर्णय ले लूँगा। कांग्रेस के क़द्दावर नेता टी एस सिंहदेव ने यह बात उस विधानसभा अंबिकापुर में कही है जहां से वे विधायक हैं।उत्तर छत्तीसगढ़ की क़रीब 27 सीटों पर सिंहदेव का गहरा प्रभाव है। यह भी है कि, मंत्री सिंहदेव के प्रति सहानुभूति और स्नेह रखने वाले समूचे प्रदेश में हैं।





क्यों आ रहे हैं बयान



मंत्री टी एस सिंहदेव नाराज़ हैं और यह नाराज़गी जैसे जैसे चुनाव नज़दीक आ रहा है वे इसे सहज शब्दों में सौम्यता के साथ ज़ाहिर कर रहे हैं। कांग्रेस की पंद्रह बरस बाद सत्ता वापसी का आधार बने कांग्रेस के घोषणा पत्र को बनाने वाले टी एस सिंहदेव ढाई बरस बाद सीएम बनने



वाले थे। ढाई बरस के मौक़े पर एक बार फिर परेड दिल्ली में हुई और मसला जो उस वक्त टला तो फिर अब तक आलाकमान की ओर से मौन है। मंत्री सिंहदेव की खिन्नता तब और बढ़ी जबकि बतौर मंत्री विभागीय दायित्वों के निर्वहन में दिक़्क़तें पेश होने लगीं। इसके अलावा जिस सरगुजा में सिंहदेव का व्यापक प्रभाव है वहाँ प्रतिस्पर्धी गुट तैयार करने और प्रतिस्पर्धी समूह को ताक़त देने की क़वायद हुई।शालीन सौम्य और विनम्रतापूर्वक व्यवहार के टी एस सिंहदेव पर उनके ही दल के विधायक के ज़रिए हैरत में डालने वाले आरोप लगाए गए। यह आरोप भी प्रायोजित माने गए ताकि सिंहदेव की छवि को धूमिल किया जा सके। इन सबसे नाराज़ सिंहदेव ने पंचायत विभाग से इस्तीफ़ा दिया और पत्र मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद भी तनाव जारी रहा। यह ग़ौरतलब है कि, सत्ता संघर्ष के ओपन सिक्रेट में सब कुछ सामने दिखते रहा है और दिख रहा है।





सबसे पहले सूत्र से कहा था



 मंत्री सिंहदेव ने सबसे पहले द सूत्र से विशेष बातचीत में कहा था कि, बीते चुनाव में मुद्दे और कार्यकर्ताओं की भावना कुछ और थी, इस बार मुद्दे बदल सकते हैं। मंत्री सिंहदेव ने यह भी कहा था कि, बीजेपी से उनके गहरे राजनीतिक मतभेद है, वे कभी बीजेपी नहीं जा सकते। लेकिन इसके ठीक आगे टी एस सिंहदेव ने उसी विशेष साक्षात्कार में कहा था







“मैं कांग्रेस छोड़ने के बारे में सपने में नहीं सोच सकता, बीजेपी में तो जाने की बात दूर है। मैं परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति हूँ, परिवार में कई लोग है, जो परिवार फ़ैसला करेगा मैं उसके साथ हूँ।”









अभी क्या कहा सिंहदेव ने



 अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में एम एस सिंहदेव क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ के ठीक बाद मीडिया की ओर से सूरजपुर में दिए उस बयान पर सवाल किया जिसमें कि मंत्री सिंहदेव ने कहा था कि, वे चुनाव से पहले फ़ैसला लूँगा।इस पर मंत्री सिंहदेव ने कहा



“मैंने अभी फ़ैसला नहीं लिया है तो तब तक का इंतजार। मेरे लिए भी सबके लिए भी.. मैंने इस बार सही में मन नहीं बनाया वर्ना अब तक जितने बार भी चुनाव हुए हैं,2008,2013 और 2018.. इसके पहले मन था कि मन है लड़ने का तो लोगों से पूछ कर लड़ूँगा.. इस बार वैसा मन नहीं है लेकिन जो भी करुंगा पूछ के करुंगा. “







 इसे और स्पष्ट करते हुए मंत्री सिंहदेव ने आगे कहा







“इस बार मेरा मन चुनाव लड़ने का वैसा नहीं है जैसा पहले रहता था”



Chhattisgarh minister ts singhdev मंत्री सिंहदेव बोले इस बार चुनाव लड़ने का मन नहीं है कांग्रेस के भीतरखाने हलचल तेज प्रदेश की 27 सीटों पर सीधा दखल है सिंहदेव का