RAIPUR. रायपुर एम्स में नार्को टेस्ट जल्द शुरू होने वाला है। इसकी 16 मार्च, गुरुवार को विधानसभा से घोषणा कर दी गई है। यह टेस्ट करने के लिए प्रदेश सरकार ने औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। एम्स में नार्को टेस्ट के लिए मशीनें लगाई जाएंगी। छत्तीसगढ़ में यह सुविधा शुरू होने से अब नार्को टेस्ट के लिए दूसरे राज्यों पर राज्य की निर्भरता खत्म हो जाएगी। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अब बड़े अपराधों में किए जाने वाले नार्को टेस्ट के लिए देश के बड़े राज्यों में हमें नंबर नहीं लगाना पड़ेगा। नार्को टेस्ट के लिए छत्तीसगढ़ अब खुद आत्मनिर्भर हो गया है। राज्य सरकार ने नार्को टेस्ट के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अब रायपुर एम्स के साथ मिलकर इसके लिए जरूरी मशीनें भी मंगाई गई हैं।
दुर्ग में फारेंसिंक साइंस लेबोरेट्री कॉलेज बनेगी
विधानसभा में ग्रान्ट मांगों पर चर्चा करते गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने हुए बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने के लिए लगातार नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है। लगातार साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए सभी पांच रेंज मुख्यालयों में साइबर थानों की स्थापना की जा रही है। अपराधों पर लगाम लगे, इसके लिए दुर्ग में फारेंसिंक साइंस लेबोरेट्री कॉलेज भी बनाई जाएगी।
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अब 28 जिलों में मिलेगी 112 की सुविधा, चिटफंड कंपनियों पर भी सख्ती
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि फिलहाल छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में डायल 112 की सुविधाएं हैं, जिसे अब 17 और जिलों में विस्तार किया जा रहा है। इसके बाद अब डायल 112 की सुविधा 28 जिलों में लोगों को मिलेंगी। गृहमंत्री ने बाताया कि चिटफंड कंपनियों पर लगातार सरकार कार्रवाई कर रही है। सरकार ने अब तक 209 अनियमित चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई की है। जिनसे निवेशकों को 32 करोड़ रुपए की राशि लौटाई गई है।