/sootr/media/post_banners/57f232d24ee8d7297412d7eb7aa50ba28268ed2854940e9957718b838ba220c6.jpeg)
KONDAGAON. छत्तीसगढ़ के बस्तर में अब नक्सली ग्रामीणों को भी निशाना बनाने लगे हैं। शनिवार की शाम कोंडागांव जिले में इसी तरह करीब छह ग्रामीणों का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया, लेकिन, देर रात तक बाकी ग्रामीण उनके चंगुल से बचकर भाग निकले, जबकि एक वहीं रह गया। नक्सलियों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
गांव के बाहर फेंक गए युवक का शव
यह मामला कोंडागांव जिले के पुंगारपाल क्षेत्र का है। नक्सली छह से सात नक्सली अलग-अलग जगह से ग्रामीणों का अपहरण करते गए। करीब छह की संख्या में देर शाम तक उठाकर ये अपने साथ ले गए थे, लेकिन ग्रामीणों ने वहां संघर्ष किया और फिर खुद को छुड़ाकर वे अपने-अपने घर पहुंच गए। इसी बीच पुंगरपाल क्षेत्र के कोटमेतापारा के ग्राम तुमदीवाल निवासी 30 वर्षीय बारहमासी कश्यप खुद को छुड़ा पाने में नाकाम रहा। ऐसे में नक्सलियों ने डंडे से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद गांव के बाहर उसकी लाश को फेंक दिया। रविवार की सुबह जंगल की ओर निकले गांववालों को उसकी लाश मिली।
ये भी पढ़ें...
पुलिस की पूछताछ में पूरी घटना सामने आई
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। इसी बीच जानकारी जुटाने पर अन्य ग्रामीणों के भी अपहरण होने का पता चला और किसी तरह नक्सलियों के चंगुल से छूट कर आए। अब पुलिस, नक्सलियों द्वारा आम ग्रामीणों को टारगेट बनाने के कारणों की पड़ताल कर रही है। इस संबंध में कोंडागांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल ने भी घटना की पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात भी कही।
नक्सलियों की वारदात से पुलिस घनचक्कर
अब तक नक्सलियों द्वारा आम ग्रामीणों को पुलिस का मुखबिरी करने के आरोप में अपहरण कर उनकी हत्या करते थे। पूरे बस्तर संभाग में इस तरह से कई ग्रामीणों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा है। लेकिन, इस घटना में एक ही क्षेत्र से अलग-अलग गांवों और घरों से चुन-चुनकर ग्रामीणों को अगवा करना और फिर मारपीट की घटना से पुलिस को भी मामला समझ में नहीं आ रहा है कि उन्होंने किस उद्देश्य से ऐसी वारदात को अंजाम दिया है।