BIJAPUR. नक्सल प्रभावित बस्तर में नक्सली लगातार ग्रामीणों को जान से मार रहे हैं। अब ऐसा ही केस बीजापुर जिले में सामने आया है। जानकारी के अनुसार जिले के उसूर थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने कुल्हाड़ी और चाकू से हमला कर एक ग्रामीण की हत्या कर दी है। नक्सलियों ने उसूर धान उपार्जन केन्द्र में वारदात को अंजाम दिया है। घटना की पुष्टि करते हुए बीजापुर पुलिस अधीक्षक अंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि मृतक का नाम राममूर्ति गटपल्ली है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
हत्या के बाद धान खरीदी केंद्र में अफरा-तफरी मची
जानकारी के अनुसार बीजापुर के ग्राम पोलमपल्ली निवासी राममूर्ति गटपल्ली (34) की उसूर धान उपार्जन केंद्र में हत्या कर दी गई। किसान की हत्या के पीछे नक्सलियों का हाथ बताया जा रहा है। दरअसल, चार-पांच नक्सली 13 जनवरी की सुबह 10 बजे उसूर धान उपार्जन केंद्र पहुंचे, यहां नक्सलियों ने राममूर्ति की कुल्हाड़ी और चाकू से हमलाकर बेरहमी से हत्या कर दी। घटना के बाद धान खरीदी केंद्र में अफरा-तफरी मच गई। लोग भाग खड़े हुए। मृतक किसान विगत 10 वर्षों से उसूर में रहकर धान खरीदी केन्द्र में खरीदी-बिक्री का काम करता था। पुलिस इस घटना की मुख्य वजह पारिवारिक विवाद या आपसी रंजिश मान रही है। उसूर थाना के टीआई का कहना कि इस घटना के पीछे कौन हो सकता है, जांच के बाद पता चल पाएगा।
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बालाघाट में पुलिस फायरिंग के बाद भागे नक्सली
बालाघाट में 12 जनवरी की सुबह करीब नौ बजे डाबरी के जंगल में पुलिस और नक्सली आमने-सामने आ गए। नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग पुलिस ने शुरू की तो नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए थे। घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि 12 दिसंबर को डाबरी चौकी क्षेत्र अंतर्गत जंगल में सर्चिंग व एरिया डामीनेशन के दौरान हाकफोर्स पार्टी और एक नक्सल समूह के बीच आपसी फायरिंग हुई थी। उन्होंने बताया कि हाकफोर्स की टीम से करीब दस राउंड फायरिंग करने पर नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए थे। इसके बाद से ही जंगल में अन्य पार्टी भी तैनात कर सर्चिंग तेज कर दी गई थे।