Raipur. छत्तीसगढ़ में चुनावी समय में नक्सलियों का तांडव बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण अब ट्रेनों का परिचालन 2 दिनों के लिए बंद किया गया है। नक्सलियों के डर से किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसिंजर और नाइट एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। इसके लिए ईस्ट कोसट रेलवे मंडल ने आदेश जारी कर दिया है। बताया जा रहा है बस्तर में नक्सलियों का TCOC चल रहा है। जिसके कारण भी प्रशासन चिंता जाहिर कर रही है इसलिए भी ट्रेनों के परिचलान को रोक दिया गया है। पहले भी जब भी नक्सली बंद या किसी क़िस्म का एलान करते हैं तो सतर्कता की वजह से ट्रेन बंद कर दी जाती है।
नक्सलियों का TCOC क्या होता है?
कहते हैं कि TCOC यानी टैक्टिकल काउंटर ऑफ ऑफेंसिव कैंपेन में नक्सली नए लड़कों को संगठन से जोड़ते हैं। यह काम ज्यातादर गर्मियों के सीजन में किया जाता है। TCOC के दौरान नक्सली नए लड़कों को सिखाते हैं कि सही समय पर हमला कैसे करना है? रियल टाइम प्रैक्टिस और एंबुश में कैसे जवानों को फंसा कर मारा जाए? इसके अलावा ट्रेनिंग में ये भी बताया जाता है कि फायरिंग में कैसे शहीद जवानों के हथियार लूटने हैं? इसी अवधि में नक्सली संगठन का विस्तार करते हैं।
ट्रैक निशाने पर, पहले भी बंद हुआ ट्रेनों का परिचालन
छत्तीसगढ़ में कोर नक्सली इलाके का किरंदुल-विशाखापट्टनम रेलवे ट्रैक पर नक्सलियों की नजर होती है। वहीं बताया जा रहा है कि साल 2021 में नक्सलियों ने रेल की पटरियों नुकसान पहुंचाया औप पैसिंजर ट्रेन को डिरेल हो गई। इसके अलावा लौह अयस्क लेकर जा रही कई मालगाड़ियों को भी नक्सलियों ने निशाना बनाया है। पिछले साल नक्सली के बंद आवाह्न के बाद 10 मार्च से 15 मार्च के बीच ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था, 25 अप्रैल 2022 को माओवादियों ने फिर बंद का आह्वान किया जिसके चलते 23 अप्रैल से 26 अप्रैल तक यात्री ट्रेनें नहीं चली। वहीं जानकारी मिल रही है कि इसी अप्रैल में नक्सली अपना अभियान चला रहे हैं। जिसको देखते हुए रेलवे ने यात्री ट्रेनों का परिचालन न करने का निर्णय लिया गया है।
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