आरक्षण विधेयक पर अब पोस्टर पॉलिटिक्स,BJP कार्यालय समेत कई जगहों पर पोस्टर बैनर लगाए गए, राजभवन को लेकर जारी हुए पोस्टर

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Yagyawalkya Mishra
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आरक्षण विधेयक पर अब पोस्टर पॉलिटिक्स,BJP कार्यालय समेत कई जगहों पर पोस्टर बैनर लगाए गए, राजभवन को लेकर जारी हुए पोस्टर

Raipur. आरक्षण विधेयक पर राजभवन और भूपेश सरकार के बीच गतिरोध और बढ़ते जा रहा है। तीन जनवरी को कांग्रेस आरक्षण विधेयक से लाभान्वित होने वाले सभी वर्गों को शामिल कर बड़ी रैली और सभा करने जा रही है। इस प्रेशर पॉलिटिक्स में अभी दो दिन की देरी है लेकिन आज राजधानी में पोस्टर पॉलिटिक्स नुमाया है। राजधानी के कई ईलाकों में पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें राजभवन और बीजेपी का उल्लेख है।कुछ पोस्टर बीजेपी कार्यालय एकात्म परिसर के पास भी लगाए गए हैं। पोस्टर के नीचे किसी दल का ज़िक्र नहीं है लेकिन कुछ देर पहले कांग्रेस ने मीडिया को इन पोस्टरों की तस्वीरों के साथ बयान भेजा है जिसमें दावा किया गया है कि, यह पोस्टर जनता के ग़ुस्से का नतीजा है। याने कांग्रेस इन पोस्टरों का प्रचार भी कर रही है और पोस्टरों से खुद का दामन पाक बताने की कोशिश भी कर रही है।



क्या लिखा है पोस्टरों में

  पोस्टर जो कि राजधानी के बहुतेरे ईलाको में टांगे या कि लटकाए गए हैं उनमें लिखा है



“आम सूचना.. राजभवन का संचालन अस्थाई रुप से कुशाभाउ ठाकरे परिसर में स्थानांतरित हो गया है..कृपया सीधे वहीं संपर्क करें..”




  राजधानी के एकात्म परिसर कार्यालय ( बीजेपी का रायपुर ज़िला कार्यालय ) के पास मोड़ पर एक बैनर टांगा गया है उस पर बीजेपी कार्यालय की ओर तीर निशान बनाते हुए लिखा गया है




“राजभवन संचालन केंद्र इधर है”



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पोस्टर की तस्वीरें व्हाट्सएप पर जारी कर कांग्रेस ने कहा

 इन पोस्टरों पर मीडिया का ध्यान जाए इसे सुनिश्चित करने पीसीसी के मीडिया सेल ने इसे व्हाट्सएप ग्रुप पर जारी किया और कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह का बयान जारी किया। प्रवक्ता धनंजय सिंह ने इन पोस्टरों की तस्वीरों को जारी करते हुए इसे जनता द्वारा लगाए जाने का दावा भी कर दिया है। धनंजय सिंह ने कहा है




“आरक्षण विधेयक के रुक जाने और राज्यपाल के दस्तख़त नहीं होने पर जनता आक्रोशित हो गई है। पोस्टर लगाकर नाराज़गी ज़ाहिर कर रही है।31 दिन हो गए हैं, राजभवन बिल पर हस्ताक्षर नहीं किया है और भाजपा उस आरक्षण विधेयक को ख़ारिज करने की साज़िश रच रही है।भूपेश सरकार राज्य के आदिवासी वर्ग, ओबीसी वर्ग, एससी वर्ग और ईडब्लूएस वालों को 76 फ़ीसदी आरक्षण का अधिकार दे रही है, क़ानून बनाकर हक़ अधिकार दे रही है तब भाजपा आरएसएस आरक्षण विरोधी मंसूबों को पूरा करने के लिए राजभवन की आड़ में आरक्षण रोकने साज़िश कर रही है।”





बीजेपी का पलटवार, बोली कांग्रेस ने चिर परिचित छद्म चेहरा नीति दिखाई

 बीजेपी ने इस पोस्टर पॉलिटिक्स को कांग्रेस का चिर परिचित छद्म चेहरा बताते हुए तीखा पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा




“ये पोस्टर जनता का आक्रोश नहीं है, यह कांग्रेस की छद्म लड़ाई का पुराना तरीक़ा है।ये जिस आरक्षण की बात कर रहे हैं उसको लोगों से कोर्ट में चुनौती दिलाते हैं उसे रुकवाते हैं, और जो ऐसा करता है उसे निगम मंडल में स्थान देकर सम्मानित करते हैं।छत्तीसगढ़ सरकार आरक्षण के मसले पर खुद कटघरे में है। पिछले चार साल से हर वर्ग को धोखा दे रहे हैं और पोस्टर छपवा कर जनाक्रोश से बचने की असफल क़वायद कर रहे हैं। सरकार बताए पहले कुणाल शुक्ला और डी पी खाँडे को किस हैसियत से निगम मंडल में स्थान दिया गया है, दोनों ही व्यक्तियों ने आरक्षण मसले पर हाईकोर्ट में क्या भुमिका निभाई थी।”


बीजेपी ने किया पलटवार Poster politics in Chhattisgarh रायपुर में कई जगहों पर पोस्टर लगाए गए कांग्रेस ने पोस्टरों को व्हाट्सएप पर वायरल किया कांग्रेस का दावा जनता के आक्रोश का परिणाम है पोस्टर बीजेपी बोली छद्म चेहरा लगाकर लड़ना कांग्रेस की पुरानी आदत आरक्षण विधेयक को लेकर कांग्रेस से तीखे सवाल किए बीजेपी ने