SUKMA. सुकमा ज़िले में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान का एक बार फिर से असर देखने को मिला है। चिंतलनार इलाके में सक्रिय एक लाख के इनामी नक्सली ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
कोबरा की 201 बटालियन के प्रयास से आत्मसमर्पण किया
बताया गया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पर चिंतलनार थाने में कुल पांच स्थाई वारंट जारी थे। इसे कोबरा की 201 बटालियन के प्रयासों से आत्मसमर्पण कराया गया है। वहीं आत्मसमर्पण करने वाला नक्सलियों की मिलिसिया विंग का कमांडर था। इसका लम्बे समय से पुलिस को तलाश भी थी मामले की पुष्टि सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने की है।
माओवादी दुधी बुधरा सीएनएम का अध्यक्ष तुमलपाड आरपीसी है
बता दें कि इसके दो दिन पहले भी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली मोर्चे पर तैनात सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को एक बड़ी सफलता मिली थी। एक लाख रुपये के इनामी नक्सली ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में सरेंडर कर दिया था। सीआरपीएफ के अनुसार, माओवादी कि पहचान दुधी बुधरा, चैतन्य नाट्य मंडली (सीएनएम) के अध्यक्ष तुमलपाड आरपीसी के रूप में हुई है। दुधी बुधरा ने सीआरपीएफ अधिकारियों और छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
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चिंतागुफा और चिंतलनार जिलों में गतिविधियों में शामिल था
माओवादी बुधरा के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम था। बुधरा 2018 में माओवादियों के गिरोह में शामिल हो गया था और छत्तीसगढ़ के चिंतागुफा और चिंतलनार जिलों में कई माओवादी गतिविधियों में शामिल था। जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन (पूना नर्कोम अभियान) और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली संगठन के सीएनएम अध्यक्ष ने सुकमा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
जानें क्या है पूना नर्कोम अभियान
सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन पूना नर्कोम अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत लगातार सुकमा जिला पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दौरा करते हुए सभी नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की जा रही है।