Raipur. विधानसभा में बीजेपी पूरे तीखे तेवर के साथ सरकार को घेरने की क़वायद में है। बीजेपी की विधायक दल की बैठक में बीजेपी ने जो रणनीति तय की है उसके अनुसार यदि सत्र पूरे घोषित तिथि तक चला तो हर दिन सरकार को घेरेगी। इनमें क़ानून व्यवस्था, रोज़गार और धान के मुद्दे शामिल होंगे जिन्हें लेकर स्थगन प्रस्ताव लाकर सरकार से मुकम्मल जवाब तलब करने की क़वायद होगी।
राजभवन पर टिप्पणी समेत क्वांटेफाएबल डाटा आयोग मसले पर हंगामा तय
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता और वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर के तेवरों ने बताया है कि, बीजेपी विधानसभा में राजभवन और राज्यपाल तथा राज्यपाल के विधि सलाहकार को लेकर की गई टिप्पणियों पर भी सवाल खड़े करेगी। अजय चंद्राकर ने कहा
“माननीय मुख्यमंत्री जी अब नैतिकता दिखाएँ, विधानसभा शुरु हो रही है।क्वांटिफाएबल डाटा आयोग की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखें।ये सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो समाज के हर वर्ग के लोगों को मालूम होना चाहिए और विधानसभा को मालूम होना चाहिए कि जब मुख्यमंत्री जी बोल रहे हैं कि साहब विधानसभा सबसे बड़ी है तो विधानसभा को भी मालूम होना चाहिए कि डाटा आयोग की रिपोर्ट क्या है और किसकी कितनी भागीदारी होगी और किस आधार पर होगी।”
अजय चंद्राकर ने आगे कहा
“विधेयक के उद्देश्य और कथन में लिखा कि क्वांटिफाएबल डाटा आयोग के आधार पर हम लोग विधेयक को ला रहे हैं। विधानसभा को ही क्वांटिफाएबल डाटा आयोग नहीं मालूम तो वो विधानसभा की अवमानना कर रहे हैं। सीएम साहब विधानसभा को सबसे बड़ी पंचायत बता रहे हैं तो फिर विधानसभा की अवमानना क्यों कर रहे हैं”
गम्मत मत करें सीएम साहब
आरक्षण विधेयक मसले पर तीन जनवरी को रैली धरना मसले पर बीजेपी ने कहा है कि जब विधानसभा चल रही है तो विधानसभा को बड़ा बनाएँ, तीन के पहले दो तारीख़ है, उस दिन विधानसभा रहेगी।विधानसभा को जानकारी दें। बीजेपी ने कहा है
“मुख्यमंत्री जी, संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रहे हैं।ये मुख्यमंत्री स्तर की भाषा नहीं है। मुख्यमंत्री स्तर का बयान नहीं है।क्वांटिफाएबल डाटा के साथ साथ राजभवन ने जो मुद्दे उठाए हैं वे भी विधानसभा की बहस में आना चाहिए। जब मुख्यमंत्री विधानसभा को बड़ा कहते हैं तो विधानसभा को बड़ा बनाएँ, और राजनीति करना बंद करें।तीन तारीख़ से पहले दो तारीख़ है, विधानसभा को जानकारी दें, जो गम्मत चला रहे हैं वो, वो गम्मत बंद होना चाहिए।”
बीजेपी का दावा,संतुष्ट हुए तो वे खुद राज्यपाल पास जाएँगे
बीजेपी ने दावा किया है कि, यदि बहस और क्वांटिफाएबल डाटा से संतुष्ट होते हैं तो समर्थन करते हुए राज्यपाल के पास जाएँगे। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि, कांग्रेस इस मसले पर केवल राजनीति कर रही है, बीजेपी ने यह सवाल भी किया है कि, जब क्वांटिफाएबल डाटा आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर तक था तो दो दिसंबर को रिपोर्ट कैसे आ गई।