Raipur. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पहुँची कांग्रेस की संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा के तेवर बेहद सख़्त थे। क़रीब आधे घंटे तक बैठक में मौजूद रही कुमारी सैलजा को लेकर खबरें हैं कि उन्होंने विधायकों को संगठन से मज़बूत ताल मेल बनाकर रखने के सख़्ती से निर्देश दिये हैं। बैठक में विधानसभा उपाध्यक्ष के रुप में संतराम नेताम का नाम आने पर संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा ने यह पूछा कि, यह नाम कब तय हुआ और इसे दिल्ली की मंज़ूरी कब मिली।इसके पहले पी एल पुनिया संगठन प्रभारी थे,उनकी रवानगी के बाद संगठन प्रभारी का दायित्व सम्हाल रहीं कुमारी सैलजा के अंदाज ने बताया है कि, अब मामला पहले जैसा नहीं है। अब तक की परंपरा से बिलकुल अलग संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा ने विधायक दल को बैठक के आखिरी में उद्बोधन दिया जबकि इसके पहले आखिरी उद्बोधन सीएम बघेल देते थे।
सख़्त तेवर और दो टूक अंदाज में बात
बेहद सुदीर्घ राजनैतिक अनुभव वाली कुमारी सैलजा ने विधायक दल की बैठक में, ब्लॉक अध्यक्षों से मिले इनपुट के आधार पर विधायकों को स्पष्ट रुप से कहा कि, संगठन को पर्याप्त तवज्जो देना सुनिश्चित करिए। संगठन या कि कार्यकर्ता यदि नाराज़ हुआ तो कुछ काम नहीं आएगा। खबरें यह भी हैं कि, बैठक में संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा ने पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम और संगठन की सक्रियता की सराहना की। संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा क़रीब आधे घंटे तक बैठक में रहीं लेकिन उनके तेवर की चर्चा बनी रही।
अरसे बाद बैठक में आए विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत
प्रदेश कांग्रेस संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा की उपस्थिति में विधायक दल की बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत भी मौजूद थे। अरसे बाद डॉ महंत बैठक में आए थे। केंद्र की राजनीति की वजह से डॉ महंत और कुमारी सैलजा अच्छे परिचित हैं। सूत्रों के अनुसार पीसीसी संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा ने जानकारी ली थी कि, वरिष्ठ चेहरों में कौन हैं जो दूरी बनाए हुए हैं या कि ऐसे मंचों से दूर किए गए हैं।