Raipur। छत्तीसगढ़ की दो राज्यसभा सीटों पर जिनमें कांग्रेस की एक तरफ़ा जीत तय है उसे लेकर प्रत्याशी कौन होगा इसके लिए सबकी नज़रें दिल्ली पर जा टिकीं हैं।प्रदेश में राज्यसभा की दो सीटों पर संख्याबल के हिसाब से कांग्रेस की इकतरफा जीत तय है लेकिन क्या दोनाें सीटों पर स्थानीय को अवसर मिलेगा या कि 2020 की तरह एक बार फिर एक स्थानीय एक बाहरी का फार्मूला लागू होगा,कांग्रेस के शीर्षस्थ तीन नेताओं में से एक राहुल गांधी के विदेश प्रवास से लौटने पर अंतिम निर्णय होगा।
एक स्थानीय एक बाहरी का फ़ार्मूला
अब तक जो खबरें हैं उसके अनुसार राज्यसभा की दो सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए प्रत्याशियों में एक के स्थानीय याने छत्तीसगढ़ और एक के बाहरी होने का फ़ार्मूला फिर से लागू हो सकता है। 2020 में यही फ़ार्मूला लागू किया गया था, इसमें सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के टीएस तुलसी और स्थानीय के बतौर फूलो देवी नेताम को राज्यसभा भेजा गया था। इस बार फिर वही फ़ार्मूला अपनाने की खबरें हैं। छत्तीसगढ़ से राज्यसभा की पाँच सीटें हैं जिनमें से दो सदस्यों बीजेपी से रामविचार नेताम और कांग्रेस की छाया वर्मा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है, इन्हीं दो सीटों पर इस बार कांग्रेस के ही दो सदस्य चुने जाएँगे।
इन नामों की है चर्चा
यदि 2020 में हुए फ़ार्मूला को लागू किया जाता है जिसकी सर्वाधिक चर्चा है तो दिल्ली के ज़रिए जिन दो नामों को लेकर खबरें हैं उनमें राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और हालिया दिनों तक मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य रहे विवेक तनखा के नाम हैं। जबकि जिन नामों को लेकर स्थानीय चेहरे के रुप में चर्चा है उनमें पूर्व पत्रकार और माैजूदा समय में सीएम भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। हालाँकि दावेदारी कईयों की हैं और क़तार खासी लंबी है,उनमें अनुसूचित जाति से पी आर खूँटे का नाम भी है, मौजुदा कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल की भी चर्चा होती है।साथ ही महिला आयोग अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक भी उन चेहरों में शामिल हैं जिन्हें लेकर यह कहा जा रहा है कि वे गंभीरता से प्रयास कर रही हैं।
लेकिन अभी केवल कयासों का दौर है
राज्यसभा की दो सीटों को लेकर क़यासों का दौर है लेकिन अभी मसला केवल क़यासों तक का है। सीएम भूपेश बघेल भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम में बस्तर में व्यस्त हैं, वे कल तक लौट आएँगे, उसके बाद इस मसले पर संगठन से चर्चा होगी। उधर दिल्ली में राहुल गांधी भी नहीं हैं, उन्हें लेकर सूचना है कि वे आज शाम या कल तक दिल्ली पहुँच सकते हैं, और जो भी होना है वह राहुल के आने के बाद ही तय होना है।प्रदेश से राज्यसभा सदस्यों के नाम को लेकर मंत्रणा का एक छोटा ही सही पर दौर होना है जिसमें सारे समीकरण तय किए जाएँगें, फ़िलहाल ऐसी कोई बैठक भी नहीं हुई है।
31 तक हैं नामांकन की तारीख़
राज्य के 90 विधानसभा सदस्यों में से कांग्रेस के 71, भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे.) के तीन और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दो सदस्य मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान मतपत्रों के माध्यम से होगा। नामांकन 31 मई तक होना है।भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी राज्यसभा द्विवार्षिक कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच एक जून को होगी। जबकि नाम वापसी शुक्रवार को होगी। मतदान 10 जून को सुबह नौ बजे से शाम 4.30 बजे तक होगा।