RAJNANDGAON/BALRAMPUR. हिंदू स्वाभिमान जागरण एवं सामाजिक समरसता हेतु रामचरित मानस और श्रीमद्भगवद्गीता को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ प्रदेश के 4 पवित्र स्थानों से महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा प्रारंभ की गई है। मां बमलेश्वरी पदयात्रा क्रमांक 4 की शुरुआत मानपुर मोहला अंबागढ़ चौकी जिले के पाना बरस क्षेत्र के समीप महादेव घाट से की गई।
महाशिवरात्रि के अवसर पर यात्रा का शुभारंभ
छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगातार बढ़ते धर्मांतरण के मद्देनजर हिंदू जागरण स्वाभिमान एवं सामाजिक समरसता सहित श्री रामचरित मानस और श्रीमद्भगवद्गीता को घर-घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से संतों की अगवानी में छत्तीसगढ़ प्रदेश के मां चंद्रहासिनी, मां महामाया, मां दंतेश्वरी और मां बमलेश्वरी के पावन धरा से संतों की यात्रा का शुभारंभ आज महाशिवरात्रि के अवसर से किया गया है।
4,700 किमी की यात्रा राजधानी रायपुर पहुंचेगी
मानपुर मोहला अंबागढ़ चौकी जिले के पाना बरस महादेव घाट से मां बमलेश्वरी के नाम पर यात्रा क्रमांक 4 संत सर्वेश्वर दास की अगवानी में निकाली गई है। इस यात्रा के प्रभारी अवधेश दुबे ने बताया कि मां बमलेश्वरी यात्रा क्रमांक 4,700 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए राजधानी रायपुर पहुंचेगी।
19 फरवरी से चलकर 19 मार्च को रायपुर में समाप्त
इधर, बलरामपुर जिले के रामानुजगंज से संतों की यात्रा प्रारंभ हो रही है। विश्व हिंदू परिषद के तत्वधान में संतों की यात्रा प्रारंभ की गई है। यात्रा में शामिल होने पहुंचे संतों का विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। संत यात्रा बलरामपुर जिले के रामानुजगंज से होकर रायपुर के लिए प्रस्थान करेगी। इस यात्रा को मां महामाया यात्रा का नाम दिया गया है। जो 19 फरवरी से चलकर 19 मार्च को रायपुर में समाप्त होगी।
लोग दूर-दूर से संतों के स्वागत के लिए पहुंच रहे हैं
विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित संतों की इस यात्रा में आज गौरेला पेंड्रा मरवाही से एक संत पहुंचे हुए हैं, जिन्होंने आज तातापानी तक पैदल मार्च किया और आज यहीं रात्रि विश्राम करेंगे कल अन्य अलग-अलग जगहों से संत पहुंचेंगे और वे एक साथ मिलकर यात्रा करेंगे। संतों की यात्रा का जिले में खासा प्रभाव पड़ा है और लोग दूर-दूर से संतों के स्वागत करने के लिए पहुंच रहे हैं।