BILASPUR. रेलवे कटनी रूट से रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, नागपुर जाने वाली ट्रेनों को अब बिलासपुर जोनल स्टेशन लाने की बजाय उसलापुर से बाइपास करने लगी है। रेल यात्री जनसंघर्ष समिति ने इसके विरोध में चरणबद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया है और बड़े आंदोलन की तैयारी है। उनका तर्क है कि बिलासपुर मुख्य शहर के रहवासियों को इन ट्रेनों में सफर करने के लिए ढाई से 300 रुपए अतिरिक्त खर्च करने पड़ रहे हैं। इसी तरह रायपुर, दुर्ग या भोपाल, इंदौर आदि से बिलासपुर आने वालों को परेशानी हो रही है।
जोनल स्टेशन पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए बाइपास
रेलवे जहां कटनी रूट की ट्रेनों को उसलापुर से बाइपास करने के पीछे कारण बताती है कि इससे जोनल स्टेशन पर ट्रैफिक का दबाव कम होता है। साथ ही इंजन को आगे से निकालकर पीछे करने वाली समस्या अलग आती है। इससे बचने के लिए उसलापुर को शहर का सेकंड टर्मिनल स्टेशन और बाइपास के लिए विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही धीरे-धीरे कटनी रूट की सभी ट्रेनों को बाइपास कर ही चलाने का निर्णय लिया गया है। इससे ये ट्रेनें बिलासपुर जोनल स्टेशन नहीं पहुंचतीं।
रेल यात्री जन संघर्ष समिति कर रही विरोध
रेल यात्री जन संघर्ष समिति के पदाधिकारी इसके विरोध में उतर आए हैं। प्रदर्शन की शुरुआत तारबाहर चौक से मंगलवार को की गई। जल्द दूसरी जगहों पर भी धरना दिया जाएगा। उनका कहना है कि कटनी लाइन की ओर जाने और उस रूट से आने वाली सभी गाड़ियों को बिलासपुर स्टेशन नहीं लाया जा रहा है। इन ट्रेनों का स्टापेज उसलापुर स्टेशन में दे रहे हैं। इससे बिलासपुर स्टेशन से 3 किलोमीटर के दायरे में 50 से 60 मोहल्ले की लगभग 4 लाख की आबादी का संकट बढ़ गया है। अब उन्हें 8 से 11 किलोमीटर की दूरी तय कर उसलापुर स्टेशन जाना पड़ रहा है जिससे समय और धन दोनों ही बर्बाद हो रहे हैं।
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प्रदर्शन की रणनीति बनाई, बड़े आंदोलन की चेतावनी
रेल प्रशासन के इस निर्णय को जनहित और यात्री सुविधा विरोधी बताते हुए रेल यात्री जनसंघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पहले किस्तों में प्रदर्शन की जो रणनीति बनाई है उसके तहत अब सिरगिट्टी में धरना दिया जाएगा। उसके बाद का धरना तोरवा क्षेत्र में और फिर गांधी चौक पर दिया जाएगा। इसके बाद भी जब रेल प्रशासन पर असर नहीं हुआ तो एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।