Raipur. भानुप्रतापपुर उप चुनाव में कांग्रेस का प्रत्याशी कौन इस विषय पर राजीव भवन में चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में 14 दावेदारों के नाम पर चर्चा हुई। बैठक के बाद पत्रकारों को यह बताया गया है कि चौदह नामों पर कोई पैनल नहीं बना है। इनमें मनोज मंडावी की पत्नी श्रीमती सावित्री मंडावी का नाम शामिल है। सूत्रों के अनुसार यह नाम वरीयता में है लेकिन यही नाम अंतिम नहीं है। दावेदारों की संख्या और सशक्त उम्मीदवारी से कांग्रेस के सामने यह भी संकट है कि परंपरागत रुप से कांग्रेस की सीट मानी जाने वाली भानुप्रतापपुर सीट कहीं भीतरघात के फेर में हाथ से खिसक ना जाए। नवंबर में संभावित विधानसभा चुनाव के ठीक पहले यह अंतिम उप चुनाव होने की वजह से कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती।
CM बघेल बोले - आलाकमान करेगा नाम का फ़ैसला
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, सभी 14 नामों को संगठन प्रभारी पी एल पुनिया को सौंप दिया गया है। आलाकमान इस पर फ़ैसला करेगा। सीएम बघेल ने कहा
“प्रदेश इलेक्शन कमीशन की बैठक हुई, भानुप्रतापपुर विधानसभा में उपचुनाव होने वाला है, उसके बारे में बैठक आयोजित की गई है। 14 नाम आये हैं और सभी 14 नाम को हमने पुनिया जी को सौंप दिया है बैठक में, हाई कमांड को अधिकृत किया है कि उसमे वो निर्णय ले”
PCC चीफ़ मरकाम बोले सर्वे के बाद तय होगा नाम
बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सभी चौदह नामों को स्वीकार किए जाने और उन सब दावेदारों का सर्वे कराए जाने की जानकारी दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम ने स्पष्ट किया कि किसी क़िस्म का पैनल नहीं बनाया गया है। पीसीसी चीफ़ मरकाम ने कहा
“देखिए हम किसी एक नाम का ज़िक्र तो नहीं करेंगे, सभी नाम हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, मगर टिकिट तो किसी एक को ही मिलेगा, मगर 14 नाम को लेकर हम लोग नए सिरे से जनता के बीच जाएंगे, सर्वे कराएंगे, जो नाम जनता का पसंद होगा उस नाम को हम लोग अपना प्रत्याशी बनाएंगे। आज की बैठक में कोई पैनल नहीं बना है”
इसके ठीक बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा
“हर किसी की मंशा होती है कि हम दावेदार बने और टिकिट देना नही देना हाई कमांड के हाथ में होता है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष खडगे जी और सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी का विशेषाधिकार है, हम जिन नामों पर पैनल बनाकर भेजेंगे, उनकी पसंद होगा, इसीलिए हमारा जो अधिकार नहीं है टिकिट देने का, टिकिट देने का अधिकार हाई कमांड का है, हाई कमांड जिस नाम पर मुहर लगाएगी हमें वो कैंडिडेट स्वीकार होगा और उसपे हम पार्टी प्रत्याशी घोषित करेंगे”