बिलासपुर के बिजली बिल कलेक्शन सेंटर में 13 लाख की लूट, पुलिस के हाथ अब तक खाली, बीजेपी ने कसा तंज

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बिलासपुर के बिजली बिल कलेक्शन सेंटर में 13 लाख की लूट, पुलिस के हाथ अब तक खाली, बीजेपी ने कसा तंज

BILASPUR. शहर के रिहायशी इलाके दयालबंद में बिजली विभाग के कलेक्शन सेंटर से सोमवार की शाम साढ़े सात बजे हुई 13 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। हालांकि एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। तीन से चार की संख्या में पहुंचे नकाबपोशों ने एटीपी ऑपरेटर पर चाकू अड़ाकर इस वारदात को अंजाम दिया है। सोमवार की शाम कलेक्शन सेंटर के एटीपी काउंटर का मशीन ऑपरेटर वीरेन्द्र सोनवानी बैठा हुआ था।  शाम करीब साढ़े सात बजे वहां आए चार नकाबपोशों ने चाकू की नोक पर उसे बंधक बना लिया। फिर उन्होंने पहले तो लॉकर में रखे 13 लाख 33 हजार रुपये निकाले और ऑपरेटर के चेहरे पर कुछ स्प्रे किया। स्प्रे के पड़ते ही वह बेहोश हो गया। इसके बाद नकाबपोश सहायक अभियंता कार्यालय के पास ही चाकू छोड़कर गांधी चौक की ओर भाग गए। कुछ देर में हालत सामान्य होने पर ऑपरेट वीरेंद्र ने घटना की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को फोन कर दी। तब पुलिस से संपर्क किया गया। 





संदिग्धों की धरपकड़ जारी





दयालबंद जैसे व्यस्त और रिहायशी इलाके में ऐसी वारदात सुनकर पुलिस में भी हड़कंप मच गया। तत्काल ही वहां विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ ही एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा, एसीसीयू और सिटी कोतवाली प्रभारी अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तत्काल शहरभर में नाकेबंदी और संदिग्धों की धरपकड़ व पूछताछ के निर्देश दिए। वहीं मौके पर तत्काल डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। डॉग गांधी चौक तक पहुंचा लेकिन आगे की कुछ गलियों में जाकर भटक गया। डॉग एक हॉस्टल तक भी पहुंचा और फिर वापस लौट गया। इधर, अलग-अलग जगहों पर घेराबंदी कर पुलिस के जवान संदिग्धों की धरपकड़ कर उनसे पूछताछ करते रहे। फिलहाल एक संदिग्ध को पकड़ा गया है, लेकिन उससे भी कुछ हाथ नहीं आया। पुल‍िस अब भी अलग-अलग एंगल से मामले की जांच में जुटी हुई है। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी से फुटेज लेकर जांच कर रही है। इसमें नकाबपोश लूटेरे नजर आ रहे हैं। उनसे मिले क्लू के आधार पर भी जांच की जा रही है।





रेकी कर वारदात को दिया अंजाम





पुलिस को इस बात की पूरी आंशका है कि वारदात को जिस नाटकीय तरीके से अंजाम दिया गया है, यह तात्कालिक या एक-दो दिनों का काम नहीं है। इसके लिए बाकायदा रेकी की गई होगी और सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम दिया गया है। उन्हें पता था कि किस समय यहां लूट को अंजाम देना उनके लिए सुरक्षित रहेगा।





बीजेपी ने साधा निशाना





इस घटनाक के बाद राज्य में सियासी पारा गर्मा गया है। बीजेपी ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कानून व्यवस्थता पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी ने सवाल किया है कि शासकीय कार्यालय ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता की सुरक्षा को लेकर क्या कहा जाए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने तंज किया है कि कांग्रेस सरकार आज प्रदेश को लूटने में लगी है और सरकारी खजाने को लुटेरे लूट रहे हैं। पुलिस अपराध को रोक नहीं पा रही और ना ही अपराधियों को पकड़ पा रही है। 





कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल





धर्मलाल कौशिक ने बिलासपुर लूट की घटना को प्रशासन की नाकामी बताते हुए कहा कि पुलिस की लचर व्यवस्था के चलते अपराधियों के हौसले बढ़ रहे हैं। पुलिस अब तक अपराधियों को पकड़ नहीं पाई है। बिलासपुर के सहायक यंत्री कार्यालय में 13 लाख रुपए की लूट बेहद चिंताजनक है। बीजेपी ने राज्य सरकार से पूछा है कि आखिर  अपराध कब नियंत्रित होंगे। पूरे प्रदेश में इस प्रकार के अपराध व्याप्त है, क्या सरकार सोई हुई है। अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है, उससे अब सरकारी महकमे व कार्यालय भी सुरक्षित नहीं है। ये सब पर नजर रखकर लूट की घटना को अंजाम दे रहे है, और आसानी से भाग जा रहे है।



 



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