Raipur,24 अप्रैल 2022। नया रायपुर किसान आंदोलन के बैनर तले चल रहा किसानों का धरना स्थल सरकार ने ख़ाली कराते हुए टेंट पंडाल जप्त कर लिया है। प्रशासन का दावा है कि कोई गिरफ़्तारी नहीं की गई है, हालाँकि किसान आंदोलन से जुड़े किसानों की ओर से सूचना है कि पुलिस कुछ किसानों को भी अपने साथ ले गई है।
राजधानी प्रशासन ने एक लिखित नोट जारी किया है जिसमें लिखा गया है कि नया रायपुर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले एनआरडीए परिसर में चल रहा आंदोलन अनाधिकृत रुप से चल रहा था, पिछले दिनों आंदोलन के दौरान किसान की मौत हुई थी, दंडाधिकारी जाँच में यह पाया गया कि,बिना अनुमति बिना पर्याप्त व्यवस्था के प्रदर्शन आयोजित करने और लापरवाही और गैर ज़िम्मेदाराना रवैए के कारण किसान की मौत हुई, बिना अनुमति के चल रहे धरने को समाप्त कराने की अनुशंसा की गयी है।2 दिन पूर्व भी एनआरडीए परिसर से धरना समाप्त करने हेतु नोटिस दिया गया था। सुबह प्रशासन और पुलिस की टीम ने संघर्ष समिति के सदस्यों को टेंट और लाउडस्पीकर हटाने को कहा, लेकिन सदस्यों ने इंकार किया, और सामग्री जप्त कर ली है।इसी लिखित नोट में यह दावा है कि तीन मंत्रियों की समिति द्वारा संघर्ष समिति के कई बैठकें की गई, समिति की 8 में से 6 माँगे मानी जा चुकी हैं, लेकिन समिति जिद पर है, शासकीय परिसर अनाधिकृत रुप से धरना कर सुबह से शाम लाउडस्पीकर बजाया जा रहा था, इसे आज हटा दिया गया है।
इधर नया रायपुर किसान संघर्ष समिति की ओर से जानकारी दी गई है कि पुलिस ने बलपूर्वक कार्यवाही करते हुए पंडाल हटाए हैं और क़रीब साठ किसानों को पुलिस अपने साथ ले गई है। जबकि राजधानी पुलिस ने साठ किसानों को ले जाने के आरोप को सिरे से ख़ारिज किया है। पुलिस के अनुसार केवल पाँच किसान हैं उन्हें भी जप्ती पंचनामा में सहयोग के लिए सम्मान से रोका गया है। राजधानी पुलिस ने इन पाँचों के नाम भी जारी किए हैं।
नया रायपुर किसान संघर्ष समिति के इसी मंच पर किसान नेता राकेश टिकैत आने वाली 27 अप्रैल को आने वाले हैं। अब जबकि पंडाल उखड़ चुका है तो इससे पंडाल कहीं और लग नहीं सकता ये क़तई असंभव नहीं है, क्योंकि नया रायपुर इलाक़े के दर्जनों गाँव में किसानों में आक्रोश भरपूर है।