GARIYABAND. गरियाबंद में ओड़िसा के बैगा की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। दरअसल ये हत्या जादू-टोने की आशंका और पैसे के लेनदेन को लेकर की गई थी। इसके बाद गोहरापदर के एक खलिहान में पैरावट में ढका हुआ एक शव मिला था। इसकी पहचान ओड़िसा के झुलनबर निवासी बैगा बिरोचरण के रूप में हुई थी। शव लहूलुहान था चोट के भी निशान थे।
पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
देवभोग थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करके उसी के तहत 5 आरोपी चिन्हित किए जिनमें 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी फरार बताया जा रहा है जिसकी तलाश जारी है।
तांत्रिक क्रिया करके उपाय का दावा
पुलिस ने बताया कि घुमरापदर निवासी पतिराम यादव के 13 साल के बेटे की मौत पिछले साल जुलाई में हुई थी। घर के अन्य सदस्य भी बीमार रहते थे, पतिराम को जादू-टोने का शक था। ऐसे में उसने ओड़िसा के तांत्रिक बैगा से सम्पर्क किया। बैगा ने जुलाई में ही तांत्रिक क्रिया करके उपाय करने का दावा कर दिया था। बदले में उसने पतिराम से 65 हजार रुपए भी लिए थे।
फायदा नहीं हुआ तो पतिराम ने बैगा से पैसे वापस लेने की ठानी
कुछ महीने बाद पतिराम के परिवार में फिर से सदस्य बीमार पड़ने लगे तो उसने बैगा से रकम वापस लेने की ठान ली। 2 जनवरी को बैगा तांत्रिक एक दूसरे घर में तांत्रिक क्रिया करने घुमरापदर पहुंचा था। वहां पतिराम ने अपने रिश्तेदार के साथ तांत्रिक को घेर लिया। पैसे वापस मांगने की बात पर बहस हुई और बात हाथापाई पर पहुंच गई।
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तांत्रिक को उतारा मौत के घाट
पतिराम ने अपने रिश्तेदार के साथ मिलकर तांत्रिक को लाठी और लात-घूसों से पीटा। तांत्रिक को मौत के घाट उतारने के बाद गोहरापदर में ले जाकर शव को पैरावट में छिपा दिया। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी की तलाश जारी है।